ट्रंप के टैरिफ का काट बनी GST में कटौती, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
जीएसटी दरों में कटौती से खुदरा मूल्यों में कमी आई है, जिससे भारत में घरेलू खर्च बढ़ा है। एचएसबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इससे अमेरिकी टैरिफ का असर कम हुआ है। 2025 की तीसरी तिमाही में विकास दर 7.2-7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है, हालांकि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में कुछ नरमी आ सकती है।

ट्रंप के टैरिफ का काट बनी GST में कटौती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जीएसटी दरों में कटौती से खुदरा कीमतों में कमी आई है और घरेलू खर्च बढ़ा है। इससे भारत के निर्यात पर लगाए गए अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव कम हुआ है।
एचएसबीसी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है, कुल मिलाकर मैन्यूफैक्चरिंग में वृद्धि जारी रही और घरेलू आर्डरों में हुई वृद्धि ने नए निर्यात आर्डरों में हुई गिरावट को निष्प्रभावी कर दिया है।
जीएसटी कटौती से खुदरा मूल्यों में कमी
इनपुट खरीद में तेजी से संकेत मिलता है कि नवंबर में भी मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर मजबूत बना रह सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कृषि, मैन्यूफैक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में तेजी के आधार पर वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में विकास दर 7.2-7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि राजकोषीय समेकन के दबाव के चलते चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में विकास दर में कुछ नरमी देखी जा सकती है।
घरेलू खर्च में हुई वृद्धि
एचएसबीसी के भारत स्थित मुख्य अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा कि वाहनों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि और ई-कामर्स गतिविधियों में वृद्धि उल्लेखनीय है। इसके अलावा, इलेक्ट्रानिक विनिर्माण और खुदरा व्यापार सहित उद्योगों और सेवाओं के लिए बैंक ऋण वृद्धि में भी वृद्धि हुई।
भंडारी ने कहा कि सितंबर में संयुक्त राज्य अमेरिका को निर्यात में साल-दर-साल 12 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद कुल निर्यात स्थिर रहा। कंपनी ने कहा कि उसके विकास डेटा संकेतक दर्शाते हैं कि सितंबर में कृषि, मैन्यूफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन और वित्तीय सेवाओं में तेजी के चलते गतिविधियों में और तेजी आई है।
(न्यूज एजेंसी आइएएनएस के इनपुट के साथ)

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