महंगे हवाई किराए पर सरकार गंभीर, अनियमित क्षेत्र में मांग-आपूर्ति असंतुलन
नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने कहा कि सरकार महंगे हवाई किराए को लेकर गंभीर है और अवसरवादी मूल्य निर्धारण को रोकना चाहती है। उन्होंने र ...और पढ़ें

सरकार महंगे हवाई किराए को लेकर गंभीर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने राज्यसभा में बताया कि केंद्र सरकार महंगे और मनमाने हवाई किराए के मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और अवसरवादी मूल्य निर्धारण की स्थिति को रोकना चाहती है।
हवाई कीमतों में वृद्धि आमतौर पर इस क्षेत्र के अनियमित होने और मांग और आपूर्ति में असंतुलन के कारण होती है। केंद्रीय मंत्री ने सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान कहा कि सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है, जबकि यह भी बताया कि हवाई किराए में वृद्धि आमतौर पर इस क्षेत्र के अनियमित होने के कारण होती है।
सरकार महंगे हवाई किराए को लेकर गंभीर
हवाई यात्रा में कई हितधारक शामिल होते हैं, जिनमें सीआइएसएफ भी शामिल है। लेकिन, मंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास कर रही है कि यात्रियों को हर टचपाइंट पर कोई समस्या न हो, ताकि हवाई यात्रा सुचारू हो सके।
मंत्री ने कहा, 'मंत्रालय इसे (हवाई किराए) गंभीरता से ले रहा है। डीजीसीए की टैरिफ निगरानी इकाई को और मजबूत किया जा रहा है। हम अधिक घरेलू मार्गों और यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय मार्गों की निगरानी कर रहे हैं। सरकार अवसरवादी मूल्य निर्धारण की स्थिति को रोकना चाहती है।'' नायडू ने कहा कि जब मांग बहुत अधिक हो जाती है, तो कीमतें बढ़ने लगती हैं।
मांग-आपूर्ति में असंतुलन के कारण किराया वृद्धि
6 दिसंबर को कीमतों की सीमा के संबंध में मंत्री ने कहा, 'हम सभी इंडिगो संकट से अवगत हैं जो हुआ है और हम सभी जानते हैं कि इसने कितना तनाव पैदा किया है। इस समय एक प्रमुख बात यह हुई है कि भारतीय उड्डयन जिस क्षमता पर काम कर रहा था, उसमें सीमाएं थीं।'
इंडिगो प्रमुख एयरलाइन है और इसके संचालन में कटौती के कारण बड़े पैमाने पर व्यवधान और फ्लाइटें रद हुईं। उन्होंने कहा, 'इसलिए सामान्यत: इस प्रवृत्ति का दूसरा पक्ष हवाई किराए में वृद्धि होगी। यही कारण है कि हमें हवाई किराए को बहुत उचित और सुलभ रखना है इसलिए हमने कीमतों की सीमा तय की है।'

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।