'लू को घोषित करें आपदा', Heatwave को लेकर संसदीय समिति ने सरकार को भेजी सिफारिश
संसदीय समिति ने केंद्र सरकार से लू को आधिकारिक आपदा घोषित करने की सिफारिश की है। रिपोर्ट में आपदा सूची की नियमित समीक्षा और आपदारोधी बुनियादी ढांचे में निवेश की मांग की गई। भारत में बीते 10 वर्षों में लू से 10635 मौतें हुईं जबकि 2023 में 36 दिन भीषण लू दर्ज की गई। मौसम विभाग ने इस साल भी सामान्य से अधिक गर्मी की चेतावनी दी है।

पीटीआई, नई दिल्ली। संसद की एक स्थायी समिति ने सुझाव दिया है कि केंद्र सरकार अपनी आपदा प्रबंधन योजनाओं में लू जैसी नई और उभरती आपदाओं को शामिल करें। गृह मामलों की स्थायी संसदीय समिति ने पिछले सप्ताह राज्यसभा में पेश की गई एक रिपोर्ट में आपदाओं की आधिकारिक सूची की नियमित समीक्षा और इसे अपडेट करने के लिए एक प्रणाली स्थापित करने की भी सिफारिश की है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि समिति ने सिफारिश की है कि मंत्रालय अपनी आपदा प्रबंधन योजनाओं में लू आदि के कारण होने वाली नई और उभरती हुई आपदाओं को शामिल कर सकता है। यह अधिसूचित आपदाओं की सूची की समय-समय पर समीक्षा और इसे अपडेट करने के लिए एक औपचारिक तंत्र स्थापित करने की सिफारिश भी करती है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि अधिनियम प्रासंगिक बना रहे और उभरते आपदा जोखिमों के प्रति विशेषज्ञों, हितधारकों और प्रभावित समुदायों के परामर्श के माध्यम से उत्तरदायी हो।
आपदारोधी बुनियादी ढांचे में अधिक निवेश की सिफारिश
भाजपा के राज्यसभा सदस्य राधामोहन दास अग्रवाल की अध्यक्षता वाली 31 सदस्यीय समिति ने मंत्रालय से जलवायु परिवर्तन और आपदाओं को ध्यान में रखते हुए दीर्घकालिक तैयारियों के लिए योजना बनाने का भी आग्रह किया। समिति ने नुकसान को कम करने और स्वास्थ्य लाभ में तेजी लाने के लिए अस्पतालों, स्कूलों और परिवहन प्रणालियों सहित आपदारोधी बुनियादी ढांचे में अधिक निवेश की सिफारिश की है।
पर्यावरण संगठन ग्रीनपीस इंडिया की जलवायु प्रचारक अमृता एस नायर ने कहा कि लू को अधिसूचित आपदाओं की सूची में शामिल करने की संसदीय समिति की सिफारिश एक स्वागत योग्य और लंबे समय से अपेक्षित कदम है। यह लू की बढ़ती गंभीरता को उजागर करता है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने हाल ही में लोकसभा को बताया कि 15वें वित्त आयोग ने लू को शामिल करने के लिए अधिसूचित आपदाओं की सूची का विस्तार करने के राज्यों के अनुरोध पर विचार किया था, लेकिन उसे इसमें कोई महत्वपूर्ण बात नहीं लगी।
10 वर्षों में अत्यधिक गर्मी के कारण 10 हजार से अधिक मौतें
- सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2013 से 10 साल की अवधि में भारत में अत्यधिक गर्मी और लू के कारण 10,635 लोगों की जान गई।
- पिछले साल भारत में असाधारण रूप से भीषण गर्मी पड़ी। 36 दिन लू वाले दर्ज किए गए।
- लू वाले दिनों की यह संख्या 14 वर्षों में सबसे अधिक थी।
आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि सबसे गर्म और सबसे लंबी लू अवधि के दौरान भारत में 41,789 संभावित लू के मामले और 143 लू संबंधित मौतें दर्ज की गईं। मौसम विभाग ने इस साल गर्मी में भी देश के अधिकतर हिस्सों में सामान्य से अधिक अधिकतम और न्यूनतम तापमान का अनुमान लगाया है।
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