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    ट्रंप के टैरिफ टेंशन के बीच आई गुड न्यूज, 15 अक्टूबर से अमेरिका के लिए ये सेवाएं होंगी बहाल

    Updated: Tue, 14 Oct 2025 08:37 PM (IST)

    एमएसएमई और अन्य छोटे व्यवसायी 15 अक्टूबर से ई-कॉमर्स के माध्यम से अमेरिका को फिर से निर्यात कर सकेंगे। टैरिफ नीति के कारण डाक सेवाएँ निलंबित थीं। भारतीय डाक सेवा ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लेने का फैसला किया है। ई-कॉमर्स के माध्यम से निर्यात करने पर वस्तु की कीमत का 50% शुल्क देना होगा। ग्राहक अब किसी भी डाकघर से अमेरिका को डाक भेज सकते हैं।

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    15 अक्टूबर से अमेरिका को निर्यात फिर शुरू

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एमएसएमई व अन्य छोटे कारोबारी 15 अक्टूबर से फिर से ई-कामर्स के जरिए अमेरिका में निर्यात कर सकेंगे। अमेरिका की टैरिफ नीति की वजह से पिछले 22 अगस्त से अमेरिका के साथ सभी प्रकार की डाक सेवा निलंबित चल रही थी।

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    15 अक्टूबर से अमेरिका को निर्यात फिर शुरू

    डाक सेवा के माध्यम से भारत से अमेरिका में ज्वैलरी से लेकर कई छोटे-छोटे आइटम का निर्यात किया जाता है जो टैरिफ नीति के कारण निलंबित कर दिया गया था। संचार मंत्रालय के मुताबिक भारतीय डाक सेवा ने छोटे कारोबारियों के निर्यात के प्रोत्साहन के लिए अपनी तरफ से किसी भी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क नहीं लेने का फैसला किया है।

    छोटे कारोबारियों को मिलेगी राहत

    संचार मंत्रालय के मुताबिक ई-कामर्स के जरिए निर्यात करने पर भारतीय कारोबारियों को अमेरिका के सीमा शुल्क विभाग को वस्तु की कीमत का 50 प्रतिशत शुल्क के रूप में देना होगा। इसके अलावा उन्हें कोई शुल्क नहीं देना होगा।

    भारतीय डाक सेवा की तरफ से बताया गया है कि ग्राहक अब किसी भी डाक घर से अमेरिका के लिए किसी भी प्रकार का डाक भेज सकते हैं। वहीं डाक घर निर्यात केंद्र से अमेरिका में निर्यात भी कर सकते हैं। डाक घर निर्यात केंद्र से वन डिस्टि्रक्ट, वन प्रोडक्ट उत्पादन को बढ़ावा के साथ मेक इन इंडिया कार्यक्रम को भी प्रोत्साहन मिल रहा है।