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    गोवा अग्निकांड: एक 'स्पार्क' ने क्लब को बनाया मौत का कुआं, कितना खतरनाक है इलेक्ट्रिक पटाखा?

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 11:30 PM (IST)

    गोवा के एक क्लब में इलेक्ट्रिक पटाखे से लगी आग ने 25 लोगों की जान ले ली। 'रोमियो लेन' क्लब में नृत्य प्रस्तुति के दौरान एक चिंगारी बांस की छत से टकराई ...और पढ़ें

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    गोवा अग्निकांड एक स्पार्क ने क्लब को बनाया मौत का कुआं मिनटों में बुझीं 25 जिंदगियां (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शनिवार की रात गोआ का समुद्री इलाका हमेशा की तरह रोशनी, संगीत और सैलानियों से भरा था। लेकिन उसी रात 'बर्च बाय रोमियो लेन' क्लब की चमक कुछ ही मिनटों में काले धुएं में बदल गई।

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    मंच पर नृत्य प्रस्तुति चल रही थी कि तभी चलाए गए एक इलेक्ट्रिक पटाखे की चिंगारी बांस की छत से टकराई। चिंगारी छोटी थी पर उसके बाद जो हुआ उसने 25 लोगों की जिंदगी हमेशा के लिए खत्म कर दी। कुछ ही क्षणों में छत पर आग भड़क उठी और देखते ही देखते पूरा क्लब लपटों, धुएं और अफरातफरी से भर गया। इसी के बीच सबसे बड़ा सवाल उठता है आखिर ये इलेक्टि्रक पटाखा है क्या?

    क्या है इलेक्ट्रिक पटाखा

    इलेक्ट्रिक पटाखे दिखने में भले ही असली पटाखों जैसा लगे, पर यह पूरी तरह एक स्मार्ट उपकरण है। इसे रिमोट से संचालित किया जा सकता है और यह पटाखों जैसी रोशनी, चमक और आवाज पैदा करता है।

    इसके अंदर तारों से जुड़े कई छोटे-छोटे पाड्स होते हैं जिनमें लगी एलईडी लाइटें हाई-वोल्टेज स्पार्क के साथ चालू होती हैं। इन्हीं स्पार्क से आवाज और चमक पैदा होती है। इसके लिए माचिस या आग की जरूरत नहीं होती और टिकाऊ होने के कारण इन्हें कई बार चलाया जा सकता है।

    वास्तविकता कुछ और है

    शादियों, आयोजनों और क्लबों में इन्हें 'बिना खतरे वाला प्रभाव' बताकर खूब इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन सच इससे बिल्कुल उलट है। इनमें बारूद भले न हो पर इनका तंत्र तेज ताप पैदा करता है और स्पार्क असली चिंगारी की तरह ही गिरता है। इस चिंगारी से कपड़ा, लकड़ी, बांस, फोम, सजावट, फाइबर-शीट लगभग हर सतह तुरंत आग पकड़ सकती है। यानी एक छोटी-सी चमक बड़े अग्निकांड की शुरुआत बन सकती है।

    गोवा की घटना ने एक बार फिर सच सामने ला दिया

    शनिवार की रात हुई यह भयावह त्रासदी बता गई कि मनोरंजन और जश्न की दुनिया में इस्तेमाल होने वाले ऐसे उपकरण कितने घातक साबित हो सकते हैं। 'सुरक्षित' बताए जाने वाले इलेक्ट्रानिक पटाखे भी बंद जगह में मिनटों में तबाही मचा सकते हैं।