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    आइआइटी मुंबई में 'जेन जी डाकघर' की शुरुआत, परिसर में वाईफाई की सुविधा

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 11:30 PM (IST)

    आइआइटी मुंबई ने परिसर में 'जेन जी डाकघर' की शुरुआत की है। इस डाकघर में वाईफाई की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिससे छात्रों को आधुनिक डिजिटल सेवाएं मिलें ...और पढ़ें

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    आइआइटी मुंबई में जेन जी पोस्ट ऑफिस की शुरुआत। (पीआईबी)

    राज्य ब्यूरो, मुंबई : पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय और मनी आर्डर का दौर तो बीते दिनों की बात हो गई। अब भारतीय डाक विभाग नए जमाने से कदमताल कर रहा है। इसी कड़ी में डाक विभाग ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) मुंबई में जेन जी पोस्ट ऑफिस की शुरुआत की है।

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    प्रतिवर्ष दिसंबर माह में होने वाले आइआइटी मुंबई के वार्षिकोत्सव 'मूड इंडिगो' का मूड आज तब और जम गया, जब महाराष्ट्र एवं गोवा क्षेत्र के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल (सीपीएमजी) अमिताभ सिंह ने आइआइटी परिसर में 1960 से चल रहे डाकघर में कई ऐसी सुविधाएं शुरू की, जो सामान्यत: किसी और डाकघर में नहीं मिलेंगी।

    डाकघर के हरेभरे परिसर में आउट डोर स्पो‌र्ट्स एक्टिविटी की शुरुआत की गई है। जहां कैरम और शतरंज आदि रखे गए हैं। अंदर जाते ही पूरा डाकघर वाईफाई कनेक्शन की रेंज में है, जहां कोई भी छात्र या सामान्य नागरिक जाकर वाईफाई सुविधा का लाभ ले सकता है। अंदर एक तरफ सितार सहित कुछ और वाद्य यंत्र रखे हैं तो दूसरी ओर पुस्तकों की एक रेक सजाई गई है।

    आइआइटी मुंबई के डायरेक्टर श्रीश केदारे कहते हैं कि डाकघर द्वारा शुरू की गई ये सुविधाएं आइआइटी के छात्रों को डाकघर की ओर आने के लिए आकर्षित करेंगी, क्योंकि यह डाकघर अब नई पीढ़ी का डाकघर बन चुका है।

    पास के केंद्रीय विद्यालय के छात्र भी उठा सकेंगे इसका लाभ

    इस जेन जी डाकघर का लाभ आइआइटी के अलावा डाकघर के निकट ही स्थित केंद्रीय विद्यालय के छात्र भी उठा सकेंगे, क्योंकि छात्रों के लिए यहां स्पीड पोस्ट जैसी डाक सेवाओं में भी रियायत दी जा रही है।

    आइआइटी मुंबई के छात्रसंघ महासचिव एवं बीटेक केमिकल के छात्र अभय प्रताप सिंह कहते हैं कि पहले डाकघर में आने पर लंबी-लंबी लाइनें छात्रों का स्वागत करती थीं। जिससे ऊबकर छात्र पोस्ट आफिस से लौट जाया करते थे। अब उन्हें 'एंगेज' करने के लिए यहां इतने साधन बना दिए गए हैं कि किसी के वापस लौटने की नौबत नहीं आएगी।

    कुछ समय तो छात्र शतरंज या कैरम खेलकर या संगीत का आनंद लेकर बिता सकते हैं। सीपीएमजी अमिताभ ¨सह कहते हैं कि आइआइटी मुंबई में डाक विभाग इतनी ही सुविधाओं पर रुकने वाला नहीं है। अब आइआइटी में डाक विभाग की तरफ से डिजिटल पार्सल बॉक्स भी लगाए जाएंगे, क्योंकि अक्सर डाकघर की कार्यावधि में छात्रों की कक्षाएं चलती हैं।

    इस दौरान वे न तो हॉस्टल में आने वाले पोस्टमैन से मिल पाते हैं न ही डाकघर जा पाते हैं। अब वे डिजिटल पार्सल बॉक्स के पास जाकर अपने ओटीपी से निर्धारित बॉक्स खोलकर अपना पार्सल ले सकेंगे।