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    सोशल मीडिया कट्टरपंथ के प्रसार का स्रोत बन रहा है, इसे नियंत्रित करने की जरूरत : जनरल रावत

    By Sanjeev TiwariEdited By:
    Updated: Wed, 09 Jan 2019 11:33 AM (IST)

    Gen Bipin Rawat सेनाध्यक्ष ने कहा कि सोशल मीडिया कट्टरपंथ के प्रसार का स्रोत बन रहा है और इसलिए इसे नियंत्रित किए जाने की आवश्यकता है। ...और पढ़ें

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    सोशल मीडिया कट्टरपंथ के प्रसार का स्रोत बन रहा है, इसे नियंत्रित करने की जरूरत : जनरल रावत

    नई दिल्ली (प्रेट्र)। कट्टरपंथ के बढ़ते प्रभाव को लेकर आर्मी चीफ बिपिन रावत ने अपनी चिंता जाहिर की है। रायसीना डायलॉग कार्यक्रम में बोलते हुए जनरल रावत ने कहा कि आतंकवाद को देश जब तक सरकारी नीति के तौर पर बढ़ावा देते रहेंगे, तब तक यह मौजूद रहेगा। आतंकवाद अब कई सिर वाले राक्षस की तरह अपने पैर पसार रहा है।

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    सेनाध्यक्ष ने कहा कि सोशल मीडिया कट्टरपंथ के प्रसार का स्रोत बन रहा है और इसलिए इसे नियंत्रित किए जाने की आवश्यकता है। यह भी युद्ध का एक रूप है। सोशल मीडिया आतंकी संगठनों के फंड जुटाने में सहायता प्रदान कर रहा है। अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर उन्होंने कहा कि तालिबान के साथ बातचीत होनी चाहिए,लेकिन यह बातचीत बिना किसी शर्त के होनी चाहिए।

    बिपिन रावत ने आगे कहा कि इन सब में सबसे बड़ी चीज ये है कि सोशल मीडिया को ध्यान रखना चाहिए कि झूठी खबरें और गलत जानकारी के चलत कट्टरता न फैले। आतंकी संगठनों को फंडिंग जुटाने में सोशल मीडिया के जरिए फैल रहा कट्टररवाद भी काफी मदद करता है। इसके अलावा जनरल रावत ने ‘रायसीना डायलॉग’ में कहा कि आतंकवाद अब कई सिर वाले राक्षस की तरह अपने पैर पसार रहा है।

    92 से ज्यादा देशों के वक्ता होंगे शामिल
    रायसीना डायलॉग का चौथा संस्करण मंगलवार से शुरू हुआ है जिसमें 92 से ज्यादा देशों के वक्ता शमिल होंगे।इसमें अद्वितीय नेताओं, नवीन भागीदारी और नई प्रौद्योगिकियों से शुरू हुए वैश्विक बदलाव और विश्व व्यवस्था में बदलाव से पैदा हुए मुद्दों पर चर्चा के जरिए समाधान करने की कोशिश की जाएगी।