G20: पैर नई दिल्ली में और आंखें घरेलू राजनीति पर, भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करने में जुटे सदस्य देश
ऋषि सुनक ने भारत दौरे की शुरुआत में ही एलान किया है कि उन्हें अपने हिंदू होने पर गर्व है और इस यात्रा के दौरान वह मंदिर भी जाएंगे। जिस तरह से उन्होंने जन्माष्टमी सही तरीके से नहीं मनाने पर अफसोस जताया और रक्षाबंधन का जिक्र किया वह एक ब्रिटिश प्रधानमंत्री की ओर से बहुत ही आश्चर्यजनक है। सुनक पहले भी अपनी धर्म संबंधी पहचान को लेकर मुखर रहे हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: जी-20 शिखर सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार एक बड़े आयोजन के तौर पर न सिर्फ अंजाम दे रही है, बल्कि आयोजन की सफलता की कहानी देश के हर हिस्से में पहुंचा भी रही है। यानी घरेलू राजनीति पर भी इसका असर दिखेगा। मजेदार बात यह है कि कुछ विदेशी सरकारें भी इस आयोजन का इस्तेमाल अपने घरेलू राजनीतिक हितों और इमेज-बिल्डिंग के लिए करने की कोशिश में हैं।
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भारत आने के बाद मंदिर जाने की घोषणा
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक का भारत आने के बाद मंदिर जाने की घोषणा, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की तरफ से भारतीय प्रधानमंत्री से एक्सक्लूसिव मुलाकात के अलावा सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अलबनिजी की तरफ से भी भारत दौरे का इस्तेमाल अपनी घरेलू राजनीति में संदेश भेजने के लिए किया जा रहा है।
ऋषि सुनक को हिंदू होने पर गर्व
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत दौरे की शुरुआत में ही एलान किया है कि उन्हें अपने हिंदू होने पर गर्व है और इस यात्रा के दौरान वह मंदिर भी जाएंगे। जिस तरह से उन्होंने जन्माष्टमी सही तरीके से नहीं मनाने पर अफसोस जताया और रक्षाबंधन का जिक्र किया, वह एक ब्रिटिश प्रधानमंत्री की ओर से बहुत ही आश्चर्यजनक है। सुनक पहले भी अपनी धर्म संबंधी पहचान को लेकर मुखर रहे हैं और इसी वजह से उन्हें ब्रिटेन में बसे भारतीयों का समर्थन जुटाने में काफी सहायता मिली है।
वर्ष 2025 के चुनाव पर सुनक की नजर
यही नहीं, नई दिल्ली में सुनक की इटली की प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात को उनकी घरेलू राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। इटली की प्रधानमंत्री जोर्जिया मेलोनी की समूचे यूरोप में लोकप्रियता बढ़ने की खबरें लगातार आ रही हैं। सुनक की नजर वर्ष 2025 में होने वाले अगले आम चुनाव पर है। अमेरिका में अगले वर्ष ही चुनाव हैं। जिस तरह पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारत के साथ अपने रिश्तों का इस्तेमाल घरेलू राजनीति में करते थे, कुछ उसी तरह का अंदाज अब राष्ट्रपति बाइडन का भी है।
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बाइडन के लिए रात्रिभोज
बाइडन पिछले चार महीनों में तीन बार प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को खास तौर पर उनके लिए रात्रिभोज का आयोजन किया। इसका बखान अमेरिकी मीडिया ने भी किया है। ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका जैसे अहम देशों के नेता भी घरेलू स्तर पर भारत के साथ अपने देश के मजबूत होते रिश्तों को एक कामयाबी के तौर पर पेश कर रहे हैं।