Air India Plane Crash: 'बिना किसी इनपुट कैसे हिल गए फ्यूल स्विच?' AAIB की रिपोर्ट पर पायलट संघ ने जताई बड़ी आशंका
अहमदाबाद विमान हादसे पर AAIB की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कई सवाल उठाए गए हैं। फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स के अध्यक्ष चरणवीर सिंह रंधावा ने रिपोर्ट पर संदेह जताया है। उनका कहना है कि रिपोर्ट में ईंधन नियंत्रण स्विचों में गड़बड़ी के संकेत मिले हैं और यह स्पष्ट नहीं है कि प्रमुख निर्णय किसने लिए।

पीटीआई, मुंबई। AAIB Report: अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट AAIB ने जारी की है। इस रिपोर्ट सामने आने के बाद कई सवालों के जवाब मिले। हालांकि, सवालों से अधिक इस रिपोर्ट ने प्रश्न भी खड़े कर दिए।
इस बीच फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स के अध्यक्ष चरणवीर सिंह रंधावा ने रविवार को एयर इंडिया एआई171 दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट पर संदेह जताया। आइए आपको बताते हैं उन्होंने क्या कहा?
'रिपोर्ट में कई सवालों के नहीं मिले जवाब'
समाचार एजेंसी पीटीआई ने एएनआई के हवाले से बताया कि फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स के अध्यक्ष चरणवीर सिंह रंधावा ने कहा कि विमान वास्तव में सह-पायलट द्वारा उड़ाया जा रहा था, जो विमान को नियंत्रित कर रहा था, जबकि कप्तान, जो पायलट-इन-कमांड था, उड़ान की निगरानी कर रहा था। इसलिए, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि प्रमुख निर्णय किसने लिए। प्रारंभिक रिपोर्ट यह स्पष्ट नहीं करती है, भले ही कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से यह पहचानना आसान होता कि कौन बोल रहा था।
'रिपोर्ट में मिले बड़ी गड़बड़ी के संकेत'
रांधवा ने कहा कि रिपोर्ट में ईंधन नियंत्रण स्विचों की अपनी स्थिति बदलने का जिक्र है, जो किसी गंभीर गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ईंधन नियंत्रण स्विचों ने कटऑफ से रन तक अपनी स्थिति खुद ही बदल ली। इससे पता चलता है कि इसमें कोई विद्युत या सॉफ्टवेयर गड़बड़ी हो सकती है। ऐसा लगता है कि सिस्टम ने यह पता लगा लिया कि स्विच हिल गया था, जबकि किसी ने उसे छुआ तक नहीं था।
पुरानी एडवाइजरी का दिया हवाला
चरणवीर सिंह रंधावा ने कहा कि दिसंबर 2018 में भी बोइंग ने कुछ 737 विमानों में ईंधन नियंत्रण स्विच की इसी तरह की खराबी के बारे में एक एडवाइजरी जारी की थी। अगर वह जानकारी उपलब्ध होती, तो सभी विमानों की जाँच होनी चाहिए थी। यह सर्कुलर सिर्फ़ एक एडवाइजरी नहीं, बल्कि एक निर्देश होना चाहिए था।
आगे रांधवा ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि पायलटों ने स्विच तब तक हिलाए होंगे जब तक कि दोनों इंजन फेल न हो गए हों, जिसकी रिपोर्ट पुष्टि नहीं करती। मुझे नहीं लगता कि पायलटों ने ईंधन नियंत्रण स्विच तब तक हिलाए होंगे जब तक उन्हें दोहरे इंजन फेल होने और थ्रस्ट में कमी का पता न हो। लेकिन कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर) के अनुसार, उन्होंने स्विच नहीं हिलाए। यह विमान के इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में संभावित समस्या की ओर इशारा करता है।
बोइंग को कैसे दे दी गई क्लिन चिट?
चरणवीर सिंह रंधावा ने कहा कि फिर भी, प्रारंभिक रिपोर्ट में क्लीन चिट दी गई है, जिसमें कहा गया है कि इंजन या बोइंग के सिस्टम में कोई गड़बड़ी नहीं थी। लेकिन कई सवाल अभी भी अनुत्तरित हैं। यह समझने के लिए अभी भी एक उचित जांच की आवश्यकता है कि विमान के उड़ान भरने के बाद वास्तव में क्या हुआ था।
AAIB की रिपोर्ट पर क्या कहा?
फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स के अध्यक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें उड़ान के आंकड़ों से पता चला है कि विमान 08:08 पर दो सेकंड के लिए 180 नॉट की गति तक पहुंच गया था। दस सेकंड बाद, 08:08:52 पर, ईंधन नियंत्रण स्विच या तो मैन्युअल रूप से रीसेट हो गए थे या सिस्टम ने संभवतः बिना किसी भौतिक इनपुट के, कोई बदलाव महसूस किया। इसके अलावा, यह भी स्पष्ट है कि लैंडिंग गियर वापस नहीं लिया गया था, और फ्लैप टेकऑफ़ स्थिति में ही रहे। इससे पता चलता है कि कुछ खराबी हुई होगी।
कॉकपिट में कौन दे रहा था आदेश?
उन्होंने यह भी कहा कि अगर पायलटों ने स्विच हिलाए थे, तो हो सकता है कि यह समस्या के कारण हुआ हो। अगर नहीं, तो हो सकता है कि यह कोई विद्युतीय खराबी हो जिसने बदलाव का गलत संकेत दिया हो। रंधावा ने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि जांच के अगले चरण में इन सवालों के स्पष्ट जवाब मिल जाएंगे। यह भी जरूरी है कि सीवीआर ट्रांसक्रिप्ट से यह पता चले कि कॉकपिट में कौन आदेश दे रहा था।
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