टूरिज्म इंडस्ट्री से शिक्षा नीति तक, पीएम मोदी ने बताई सरकार की प्राथमिकताएं, जॉब पर क्या बोले प्रधानमंत्री?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट के प्रविधानों पर वेबिनार को संबोधित किया। उन्होंने बजट को भविष्य के भारत का ब्लूप्रिंट बताया। उन्होंने कहा कि नागरिकों में निवेश का दृष्टिकोण शिक्षा कौशल और स्वास्थ्य के स्तंभ पर खड़ा है। बजट के प्रविधानों पर वेबिनार में चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने सरकार की प्राथमिकताएं गिनाईं। उन्होंने कौशल अंतिम पायदान तक स्वास्थ्य योगा और वेलनेस पर्यटन में रोजगार की संभावनाएं दिखाई।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रोजगार सृजन को केंद्र में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बजट के प्रविधानों पर चर्चा करते हुए कहा कि नागरिकों में निवेश का दृष्टिकोण शिक्षा, कौशल और स्वास्थ्य के तीन स्तंभों पर खड़ा है। 'नागरिकों में निवेश, अर्थव्यवस्था और नवाचार' पर आयोजित वेबिनार में उन्होंने कहा कि यह ऐसी थीम है, जो विकसित भारत के रोडमैप को परिभाषित करती है।
प्रधानमंत्री ने विश्व स्तरीय कौशल प्रशिक्षण, शिक्षा तंत्र, अंतिम पायदान तक स्वास्थ्य सेवाओं पर अपनी प्राथमिकताएं गिनाने के साथ ही बताया कि एआई की संपूर्ण संभावनाओं का उपयोग, वेलनेस टूरिज्म और स्टार्टअप ईकोसिस्टम किस तरह रोजगार के अधिक से अधिक अवसर तैयार कर सकते हैं।
इस बार का बजट भविष्य के भारत का ब्लूप्रिंट: पीएम मोदी
वेबिनार में पीएम मोदी ने कहा कि इस साल का बजट भारत के भविष्य का ब्लूप्रिंट बनकर सामने आया है। हमने निवेश में जितनी प्राथमिकता आधारभूत संरचना और उद्योगों को दी है, उतनी ही प्राथमिकता नागरिक, अर्थव्यवस्था और नवाचार को भी दी है।
'निवेश के लिए आगे आएं हितधारक'
क्षमता निर्माण और प्रतिभा संवर्धन देश की प्रगति के लिए नींव के पत्थर का काम करता है, इसलिए अब विकास के अगले चरण में हमें इन क्षेत्रों में और ज्यादा निवेश करना है। इसके लिए सभी हितधारकों को आगे आना होगा, क्योंकि ये देश की आर्थिक सफलता के लिए आवश्यक है।
दशकों बाद परिवर्तन से गुजर रहा है शिक्षा तंत्र
उन्होंने कहा कि भारत का शिक्षा तंत्र कई दशक के बाद कितने बड़े परिवर्तन से गुजर रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसे बड़े कदम, आइआइटी का विस्तार, शिक्षा तंत्र में तकनीक का एकीकरण, एआइ की संपूर्ण संभावनाओं का उपयोग, किताबों का डिजिटलीकरण, 22 भारतीय भाषाओं में पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाने का काम। ऐसे कितने ही प्रयास मिशन मोड में जारी हैं।
तीन करोड़ से ज्यादा युवाओं को कौशल प्रशिक्षण
इनके कारण आज भारत की शिक्षा व्यवस्था 21वीं सदी की दुनिया की जरूरतों और मानकों से मेल खा रही है। कौशल प्रशिक्षण पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने 2014 से अब तक तीन करोड़ से ज्यादा युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया है।
युवाओं के लिए रोजगारमूलक प्रशिक्षण होना जरूरी
एक हजार आइटीआइ को अपग्रेड करने और पांच सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने का ऐलान किया है। हमारा लक्ष्य है कि युवाओं का प्रशिक्षण ऐसा होना चाहिए कि वह हमारे उद्योग की जरूरतें पूरी कर सकें। इसमें हम वैश्विक विशेषज्ञों से मदद लेकर ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे युवा विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
'बजट में 10 हजार एक्स्ट्रा मेडिकल सीटों की घोषणा की'
इन सब प्रयासों में हमारे उद्योग और अकादमिक संस्थाओं की सबसे बड़ी भूमिका है। उद्योग और शैक्षिक संस्थान एक-दूसरे की जरूरतों को समझें और उन्हें पूरा करें। स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रयासों पर चर्चा करते हुए कहा उन्होंने कहा कि इस बजट में 10 हजार अतिरिक्त मेडिकल सीटों की घोषणा की गई है।
मेडिकल में पांच साल में जोड़ेंगे 75 हजार सीटें
हम अगले पांच वर्षों में मेडिकल में 75 हजार सीटें जोड़ने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। डे केयर कैंसर सेंटर और डिजिटल हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर के जरिए हम गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा को अंतिम छोर तक पहुंचाना चाहते हैं। इससे युवाओं के लिए रोजगार के भी अनेक नए अवसर बनेंगे।
2047 तक 90 करोड़ शहरी आबादी होने का अनुमान: पीएम
प्रधानमंत्री ने नियोजित शहरीकरण पर भी जोर देते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमने अर्थव्यवस्था में निवेश को भी भविष्य के सोच के साथ देखा है। 2047 तक भारत की शहरी आबादी लगभग 90 करोड़ तक हो जाने का अनुमान है। इतनी बड़ी आबादी के लिए नियोजित शहरीकरण की जरूरत है।
इसके लिए हमने एक लाख करोड़ रुपये का अर्बन चैलेंज फंड बनाने की पहल की है। इससे गवर्नेंस, इन्फ्रास्ट्रक्चर और फाइनेंशियल सस्टेनिबिलिटी पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा और निजी निवेश भी बढ़ेगा। निजी क्षेत्र को खासकर रियल एस्टेट और इंडस्ट्री को नियोजित शहरीकरण पर फोकस करना चाहिए।
पर्यटन का जीडीपी में 10 फीसदी योगदान
पीएम मोदी ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र का हमारी जीडीपी में योगदान 10 प्रतिशत तक होने की संभावना है। इस सेक्टर में करोड़ों युवाओं को रोजगार देने की क्षमता है, इसलिए इस बजट में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई फैसले लिए गए हैं।
भारत को वैश्विक टूरिज्म हब बनाने की कोशिशें जारी
भारत विश्व स्तर का टूरिज्म एंड वेलनेस हब बने, इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने हेल्थ टूरिज्म, वेलनेस टूरिज्म, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की संपूर्ण संभावनाओं के उपयोग के लिए इसमें निवेश, स्टार्टअप ईकोसिस्टम, ज्ञान भारतम मिशन आदि पर भी विस्तार से चर्चा की।
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