मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता और गांधीवादी कृष्णा भारती का निधन
स्वतंत्रता सेनानी पासला कृष्ण मूर्ति की पुत्री कृष्णा भारती का 92 वर्ष की उम्र में हैदराबाद में निधन हो गया। वह गांधीवादी मूल्यों की समर्थक थीं और समाज सेवा में समर्पित थीं। उन्होंने दलितों के उत्थान शिक्षा और गोशालाओं को दान में योगदान दिया। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। कृष्णा भारती अविवाहित थीं और उन्होंने समाज के लिए कई उल्लेखनीय कार्य किए।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गांधीवादी और प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय पासला कृष्ण मूर्ति की पुत्री कृष्णा भारती का रविवार को हैदराबाद में निधन हो गया। वह 92 वर्ष की थीं।
कृष्णा भारती ने संक्षिप्त बीमारी के बाद हैदराबाद के स्नेहपुरी कॉलोनी स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। आंध्र प्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले की रहने वाली, वह स्वतंत्रता सेनानी पासला कृष्ण मूर्ति और अंजा लक्ष्मी की दूसरी बेटी थीं।
गांधीवादी मूल्यों में रखतीं थीं गहरी आस्था
कृष्णा भारती गांधीवादी मूल्यों में दृढ़ विश्वास रखती थीं और उन्होंने जीवन भर उन्हीं मूल्यों को बनाए रखा। उन्होंने दलितों के उत्थान के लिए भी प्रयास किया। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों और गोशालाओं को दान दिया था।
कृष्णा भारती अविवाहित थीं। उनके चार भाई और तीन बहनें हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कृष्णा भारती के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने समाज के कमजोर वर्गों के शैक्षणिक उत्थान के लिए उनके योगदान को याद किया।
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