महाराष्ट्र में 'कड़कनाथ' के नाम पर करोड़ों का घोटाला, तीन गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला...
सांगली की कंपनी ने काले चिकन के नाम पर हजारों किसानों को ठगा। कंपनी ने 20-60 रुपये में अंडे और 1200 रुपये किलोग्राम तक में चिकन खरीदने का वादा किया था।
पुणे, प्रेट्र। महाराष्ट्र के कई जिलों में एक पोल्ट्री फॉर्म के खिलाफ किसानों द्वारा 'कड़कनाथ' प्रजाति के मुर्गे पैदा करने में मदद के नाम पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के मामले दर्ज कराए गए हैं। इसके बाद पुलिस ने कंपनी के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गे के काले रंग के मीट की मध्य भारत खासकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बहुत मांग रहती है। इसे इसके पोषण और चिकित्सकीय मूल्यों के लिए जाना जाता है। इसका चिकन 900 रुपये प्रति किलोग्राम तक में बिकता है।
किसानों ने सांगली मुख्यालय वाली कंपनी महारायत एग्रो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पर आरोप लगाया कि कंपनी ने कड़कनाथ प्रजाति के चूजों की संख्या बढ़ाने और बाद में मुर्गो को खरीदने की कारोबारी योजना के नाम पर उनसे भारी निवेश कराया।
पुणे के दत्तावाड़ी थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक शंकर सालगर ने पीटीआइ को बताया कि अभी तक कंपनी के खिलाफ सांगली, सतारा, पुणे, कोल्हापुर, पालघर, नासिक और औरंगाबाद में मामले दर्ज कराए गए हैं।
550 करोड़ का घोटाला
पुलिस अभी इस मामले में घोटाले की रकम का पता लगा रही है। पर स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता राजू शेट्टी ने दावा किया है कि प्रदेश भर में 10 हजार से ज्यादा किसानों से लगभग 550 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है। उन्होंने इस मामले की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जांच कराने की मांग भी की है।
आरोपितों के एक नेता से संबंध
राजू शेट्टी ने आरोप लगाया है कि इस मामले में आरोपितों के एक राजनीतिक दल के बड़े नेता से संबंध हैं। हालांकि, उन्होंने किसी दल या नेता का नाम नहीं लिया है।
कंपनी के संस्थापक और निदेशकों पर केस दर्ज
पुणे पुलिस ने इस महीने के शुरू में सांगली स्थित कंपनी के संस्थापक सुधीर मोहिते और दो निदेशकों हनुमंत जगदाले और संदीप मोहिते के खिलाफ 100 से ज्यादा किसानों से तीन करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया था।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इसी तरह सांगली के इस्लामपुर थाने में भी कंपनी के निदेशकों के खिलाफ किसानों के साथ करीब 4.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया कि अब तक छह सौ से सात सौ किसानों ने कंपनी के निदेशकों के खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज कराई है।
मुख्य आरोपित फरार
पुलिस ने संदीप मोहिते, हनुमंत जगदाले और कंपनी के पुणे स्थित दफ्तर में अकाउंटेंट प्रीतम माने को गिरफ्तार किया है। जबकि, मुख्य आरोपित सुधीर मोहिते और दो अन्य वांछित आरोपित फरार हैं। इस मामले को अब सांगली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा को ट्रांसफर कर दिया गया है।
एक शिकायतकर्ता नीलेश अंबेडे ने आरोप लगाया कि उन्होंने कंपनी की योजना में 2.5 लाख रुपये का निवेश किया था, लेकिन उन्हें वादे के मुताबिक कभी चूजे मिले ही नहीं।
2017 में खुली थी कंपनी
पुलिस अधिकारी सालगर ने बताया कि 2017 में सांगली के इस्लामपुर में कंपनी की स्थापना हुई थी, तब इसका नाम रायत एग्रो इंडिया लिमिटेड था। शुरू में कंपनी ने किसानों को अच्छा मुनाफा दिया। लेकिन जैसे-जैसे निवेशकों की संख्या बढ़ने लगी, गड़बड़ी शुरू हो गई। कंपनी ने लोगों से इस प्रजाति के एक अंडे 20 से 60 रुपये में खरीदने का वादा किया था। जबकि चिकन छह सौ से 1200 रुपये किलोग्राम खरीदने का वादा किया गया था।