Hyderabad News: 23 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाला आरोपी पुलिस हिरासत से फरार, SI सस्पेंड
हैदराबाद पुलिस कमिश्नर ने सब-इंस्पेक्टर श्रीकांत गौड़ को निलंबित कर दिया है। आरोप है कि उसने 2 करोड़ रुपये की रिश्वत लेकर 23 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोपी वुपलापटी सतीश को पुलिस हिरासत से भागने में मदद की। सतीश को मुंबई से हैदराबाद लाते समय यह घटना हुई। पुलिस ने सतीश और उसके परिवार को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और मामले की जांच जारी है।

23 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोपी फरार। प्रतीकात्मक फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हैदराबाद सिटी पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने एक बड़ी सुरक्षा चूक के मामले में सब-इंस्पेक्टर श्रीकांत गौड़ को सस्पेंड कर दिया है। इस चूक की वजह से एक हाई-प्रोफाइल फाइनेंशियल फ्रॉड का आरोपी वुपलापटी सतीश पुलिस कस्टडी से भाग गया। आरोप है कि सब-इंस्पेक्टर ने 2 करोड़ रुपये की रिश्वत लेकर आरोपी को भागने में मदद की थी।
घटना 24 अक्टूबर को उस दौरान हुई जब टास्क फोर्स की एक टीम सतीश, उसकी पत्नी और बेटी को मुंबई से हैदराबाद ला रही थी। सतीश 23 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी के मामले में मुख्य आरोपी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उसने कई इन्वेस्टर्स को धोखा दिया था।
SI श्रीकांत गौड़ निलंबित
आरोपी परिवार सदाशिवपेट के पास से पुलिस कस्टडी से भाग गया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि SI ने जानबूझकर आरोपी को ले जा रही वैन को पुलिस टीम से दूर रखा। इसके बाद सतीश और उसका परिवार पहले से इंतजाम की गई गाड़ी में बैठकर भाग गए। बाद में वह कार कोल्हापुर में लावारिस हालत में मिली, जिससे पता चलता है कि वे महाराष्ट्र में घुस गए थे।
23 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोपी फरार
कमिश्नर सज्जनार ने इस गंभीर सुरक्षा चूक के लिए SI को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही मामले की अंदरूनी जांच के आदेश दे दी हैं। SI को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया। हैदराबाद पुलिस ने सतीश और उसके परिवार के सदस्यों को पकड़ने के लिए महाराष्ट्र पर फोकस करते हुए कई राज्यों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान भी शुरू किया है। पुलिस अब उनके फाइनेंशियल नेटवर्क का पता लगा रही है और उनके छिपने की जगहों का मैप बना रही है।
रिश्वत लेकर भगाने का आरोप
बता दें सतीश की अग्रिम जमानत याचिका गुरुवार को एक स्थानीय अदालत ने खारिज कर दी थी, जिससे पुलिस को उसे तुरंत गिरफ्तार करने का अधिकार मिल गया है। इस बीच, 2 करोड़ रुपये की रिश्वत के आरोप और SI के कॉल डेटा रिकॉर्ड की जांच चल रही है ताकि भ्रष्टाचार के आरोप को साबित किया जा सके।

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