'केजरीवाल से निराश हूं, मैंने सोचा था कि AAP...', अन्ना आंदोलन में सहयोगी रहे पूर्व जज ने कहा
गुरुवार को तकरीबन 2 घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी ने मामले में शुक्रवार को केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड की मांगी। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज और सीएम केजरीवाल के पूर्व सहकर्मी एन संतोष हेगड़े ने आप सुप्रीमों को लेकर बयान दिया।

पीटीआई, बेंगलुरु। गुरुवार को तकरीबन 2 घंटे की पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को गिरफ्तार कर लिया। एजेंसी ने मामले में शुक्रवार को केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए 10 दिनों की रिमांड की मांगी।
इस बीच सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज और सीएम केजरीवाल के पूर्व सहकर्मी एन संतोष हेगड़े ने 'आप' सुप्रीमों को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से 'पूरी तरह निराश' हैं।
इंडिया अगेंस्ट करप्शन में शामिल थे हेगड़े
सेवानिवृत्त जस्टिस और भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हेगड़े अन्ना हजारे के नेतृत्व में हुए 'इंडिया अगेंस्ट करप्शन' आंदोलन में अरविंद केजरीवाल सहित अन्य प्रमुख हस्तियों में शामिल थे। इस आंदोलन के जरिए उस समय देश में भ्रष्टाचार का मुद्दा जोरों उठाया गया था।
हेगड़े ने सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चल रहे मामले पर कहा, "यह साफ दिखाता है कि जब आप सत्ता में होते हैं तो लालच आप पर हावी हो जाता है।"
मैं पूरी तरह से निराश हूं- हेगड़े
उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, "मैं पूरी तरह से निराश हूं। मैंने सोचा था कि आम आदमी पर्टी सत्ता में आने के बाद प्रशासनिक निष्पक्षता बरकरार रखेगी जो कि नहीं है और यह इस तथ्य की ओर इशारा कर रही है कि सत्ता आपको भ्रष्ट करती है।"
राजनीति भ्रष्टाचार का अड्डा है
हालांकि, अन्ना आंदोलन के बाद और आम आदमी पार्टी के गठन के बाद संतोष हेगड़े इससे बाहर हो गए। हेगड़े ने कहा, "आंदोलन के राजनैतिक बनने के बाद इससे बाहर आने का सबसे बड़ी वजह यह थी कि आज की राजनीति भ्रष्टाचार का अड्डा है। कोई भी राजनीतिक दल इससे अछूता नहीं है। इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहा था।"
हमारा सिद्धांत था कि हम राजनीति से दूर रहेंगे
हेगड़े ने आगे कहा, "हमारा सिद्धांत था कि हम राजनीति से दूर रहेंगे और राजनीति को स्वच्छ बनाने की कोशिश करेंगे। लेकिन फिर लोगों के एक समूह ने फैसला किया कि हमें राजनीति में प्रवेश करना चाहिए और फिर आम आदमी पार्टी का गठन किया गया। मुझे कभी नहीं लगता था कि पार्टी के गठन के बाद यह सफलतापूर्वक किया जा सकता है। मुझे लगता है कि आज 'आप' में जो हो रहा है वह उस बात का उदाहरण है जो मैंने सोचा था और वही सही था।"
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