'मां अक्सर धमकी देती थी... बहन को है अवसाद', कर्नाटक के पूर्व डीजीपी हत्याकांड में बेटे ने किए कई खुलासे
कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या के मामले में उनके बेटे कार्तिकेश ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। कार्तिकेश ने बताया कि उनकी मां पल्लवी ओम प्रकाश पिता को जान से मारने की धमकी दे रही थीं। उनकी बहन कृति अवसाद की शिकार है। हत्या से पहले पल्लवी ने ओम प्रकाश के चेहरे पर लाल मिर्च पाउडर फेंका और फिर चाकू से कई वार किए।

एजेंसी, बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश की हत्या मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इस मर्डर केस में पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश गुप्ता की पत्नी पल्लवी ने चाकू मारने से पहले उनके चेहरे पर लाल मिर्ची पाउडर फेंका था।
जलन से बेचैन होने पर पल्लवी ने उन पर धारदार चाकू से कई वार किए।
पूर्व डीजीपी की मौके पर ही मौत हो गई थी
इससे लहूलुहान पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के आरोप में उनकी 64 वर्षीय पत्नी पल्लवी ओम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है। उसे मजिस्ट्रेटी अदालत में पेश किया जाएगा। इस मामले में आगे की जांच अब बेंगलुरु के सेंट्रल क्राइम ब्रांच (सीसीबी) को सौंप दी गई है।
बेटे कार्तिकेश ने की शिकायत
पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई उनके बेटे कार्तिकेश द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद की गई है।
ओम प्रकाश के बेटे कार्तिकेश ने बताया कि रविवार की घटना के बाद उन्होंने पुलिस में अपनी मां और बहन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने कहा कि मेरी मां पल्लवी और मेरी बहन कृति अक्सर मेरे पिता के साथ झगड़ती थीं।
मां के बारे में खोले राज
- बेटे कार्तिकेश ने आगे कहा कि मां पल्लवी पिता को कुछ समय से जान से मारने की धमकी दे रही थी। इसकी वजह से उनके पिता अपनी बहन सरिता कुमारी यानी मेरी बुआ के घर रहने चले गए थे।
- बहन कृति दो दिन पहले ही पिता पर दबाव बनाकर उन्हें वापस घर ले आई थी।
- बेटे ने ये भी बताया कि मां सीजोफ्रेनिया की मरीज हैं और दवाएं लेती है जबकि बहन कृति अवसाद की शिकार है।
- कार्तिकेश ने बताया कि उन्हें उनके पिता की हत्या के बारे में 20 अप्रैल को शाम पांच बजे पड़ोसी श्रीधरन के फोन काल से पता चला जब वह डोमलुर क्षेत्र में स्थित कर्नाटक गोल्फ एसोसिएशन में थे।
- जब वह शाम पौने छह बजे घर पहुंचे तो उनके पिता का शव जमीन पर खून में सना पड़ा था। उनके पास एक चाकू और टूटी हुई बोतल भी पड़े हुए थे। तब तक पुलिस और दूसरे लोग भी वहां आ गए थे।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
कर्नाटक के गृह मंत्री परमेश्वरा ने कहा कि उनके कार्यकाल में ही ओमप्रकाश डीजीपी रहे और वह बहुत अच्छे व्यक्ति व अफसर थे।
ओम प्रकाश के शव का पोस्टमार्टम सोमवार को होने के बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ बेंगलुरु के विल्सन गार्डन क्रिमिनेशन ग्राउंड में अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके बेटे कार्तिकेश ने उन्हें मुखाग्नि दी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।