G20 Summit 2023: जानें क्या होता है जी-20 का शेरपा, जिसकी जिम्मेदारी निभाएंगे नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत
G20 Summit 2023 नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत को जी-20 संगठन के लिए भारत ने अपना शेरपा नियुक्त किया है। अभी तक वाणिज्य व उद्योग टैक्सटाइल व उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल जी-20 के लिए भारत के शेरपा थे।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नीति आयोग के पूर्व सीईओ अमिताभ कांत को जी-20 संगठन के लिए भारत ने अपना शेरपा नियुक्त किया है। अभी तक तक वाणिज्य व उद्योग, टेक्सटाइल और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल जी-20 के लिए भारत के शेरपा थे। जी-20 का आयोजन अगले वर्ष यानी 2023 में भारत में होना है। पूर्णकालिक शेरपा नियुक्त करने की यह बड़ी वजह है।
- G-20 का आयोजन अगले वर्ष 2023 में भारत में होना है और यह एक बड़ी वजह है कि एक पूर्णकालिक शेरपा नियुक्त किया गया है। शेरपा एक तरह से इस आयोजन को लेकर देश के भीतर सारी एजेंसियों और विदेशी एजेंसियों के बीच सामंजस्य बनाने का मुख्य काम करता है।
भारत में जी-20 की बैठक का होना है बड़ा आयोजन
जी-20 की बैठक हाल के दशकों मे भारत में होने वाला सबसे बड़ा आयोजन है, जिसमें दुनिया के सबसे ज्यादा संपन्न 20 देशों के राष्ट्र प्रमुखों के साथ ही उनके विदेश मंत्रियों, वित्त मंत्रियों, केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों व दूसरे अधिकारियों की बैठकें अलग अलग समय पर आयोजित की जाती है।
- वर्ष 2022 के लिए जी-20 की शिखर बैठक नवंबर, 2022 में बाली (इंडोनेशिया) में होने वाली है।
भारत को संगठन की अध्यक्षता 01 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 के लिए सौंपी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक अध्यक्ष होने की वजह से बैठक को लेकर भारत को कई तरह की तैयारियां करनी हैं। इसके लिए सभी सदस्य देशों के साथ लगातार संपर्क बना कर रखना है।
मंत्रालय व संसदीय कार्य में हैं पीयूष गोयल व्यस्त
राज्यसभा में सदन के नेता होने के साथ साथ वाणिज्य व खाद्य मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे गोयल के लिए जी-20 के लिए पर्याप्त समय निकालने में मुश्किल होती।
- इसके अलावा गोयल को कई देशों के साथ चल रहे मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर होने वाली वार्ता में भी हिस्सा लेना है।
- इंग्लैंड और यूरोपियन यूनियन के साथ होने वाले मुक्त व्यापार समझौते अहम होंगे जिसके लिए गोयल को काफी मेहनत करनी होगी।
माना जा रहा है कि ये दोनो व्यापार समझौते रोजगार के लिहाज से भी अहम होंगे। लिहाजा सरकार की ओर से उन्हें इस पर केंद्रित रहने को कहा गया है। संसद सत्र के दौरान वैसे भी किसी मंत्री के लिए विदेश दौरे के लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है। जबकि नीति आयोग के पूर्व सीईओ कांत पूर्व में भी अंतरराष्ट्रीय आयोजन करवा चुके हैं।
कौन होते हैं शेरपा
- जी-20 और जी-8 जैसे अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में किसी देश की ओर से शामिल होने वाले व्यक्तिगत प्रतिनिधि को शेरपा कहा जाता है।
- शेरपा सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ मिलकर आर्थिक, राजनीतिक और वैश्विक एजेंडे पर बात करते हैं। किसी भी राजनीति स्तर पर सहमति के लिए शेरपा सम्मेलन से पहले बातचीत करते हैं और सम्मेलन में अपने नेताओं को बातचीत में मदद करते हैं।
- शेरपा को नेपाल के प्रचलित शब्द शेरपा से लिया गया है। शेरपा नेपाल में पर्वतारोहियों के लिए गाइड का काम करते हैं। इसी तरह से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में शेरपा गाइड का काम करते हैं।
- इनकी नियुक्ति संबंधित देश की सरकार करती है। इस पद पर राजनयिक, राजनीतिक या प्रशासनिक अनुभव रखने वाले अधिकारी या वरिष्ठ नेता को नियुक्त किया जा सकता है।
- सुरेश प्रभु, अरविंद पनगढि़या, शक्तिकांत दास और मोंटेक सिंह अहलूवालिया भी भारत की तरफ से शेरपा रह चुके हैं।
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