पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी का कोरोना संक्रमण से निधन, राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री ने जताया दुख
91 वर्ष की उम्र में पूर्व अटार्नी जनरल सोली सोराबजी का निधन हो गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उनके निधन पर दुख जताया। बतौर अटार्नी जनरल 1989 से 1990 तक कमान संभाली और दोबारा 1998 से 2004 तक यह जिम्मेदारी निभाई।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी का निधन हो गया। वो 91 वर्ष के थे। पिछले कुछ दिनों से वो कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित थे। करीब 70 सालों तक कानून के क्षेत्र से जुड़े रहे सोराबजी ने देश के अटार्नी जनरल का पद दो बार संभाला। वकालत के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए वर्ष 2002 में उन्हें पद्म विभूषण का सम्मान भी मिला था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोराबजी के निधन पर शोक जताते हुए कहा, 'वह उन लोगों में से थे जिनकी भारत के संवैधानिक कानूनों के विस्तार में प्रमुख भूमिका रही।'
In the passing of Soli Sorabji, we lost an icon of India's legal system. He was among the select few who deeply influenced evolution of constitutional law & justice system. Awarded with Padma Vibhushan, he was among most eminent jurists. My condolences to his family & associates.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने शोक प्रकट कर श्रद्धांजलि दी है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व महान था।
Saddened to hear that former Attorney General Shri Soli Sorabjee is no more.
His legal acumen is well known and appreciated.
His articulation was infused with subtlety and was always polite.
A graceful presence in any discussion. A great human being.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 30, 2021
सुप्रीम कोर्ट में आज की कार्रवाई शुरू होते ही चीफ जस्टिस एन वी रमना ने सोराबजी के निधन पर शोक जताया और कहा, 'उन्होंने 7 दशक तक संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई लड़ी।'कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने सोराबजी केे साथ बिताए पलों को याद करते हुए सिलसिलेवार ट्वीट किया।
My neighbour-common wall—Soli #Sorabjee-passes away. Went 2max late nite a week ago with #covid but per wife #Zena was stable &ok, only fidgety at being alone. Happy 2get their house fumigated at Zena rqst. Suddenly, heart stopped last nite & cld nt be revived. Long association.— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) April 30, 2021
बता दें कि सोराबजी का नाम देश के बड़े मानवाधिकार वकीलों में शामिल था। उन्हें संयुक्त राष्ट्र की ओर से वर्ष 1997 में विशेष दूत के तौर पर नाइजीरिया भेजा गया था, ताकि वहां के मानवाधिकार के हालात के बारे में पता चले सके। वर्ष 1989 से 1990 तक अटॉर्नी जनरल रहे सोराबजी ने दोबारा 1998 से 2004 तक यह जिम्मेदारी निभाई थी। सोली सोराबजी का पूरा नाम सोली जहांगीर सोराबजी था। उनका जन्म मुंबई में वर्ष 1930 में हुआ था। उन्होंने 1953 में बॉम्बे हाई कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू कर दिया था।