Iftar Hosted by UAE Ambassador: इफ्तार में शामिल हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर, UAE के राजदूत ने किया था आयोजन
Iftar Hosted by UAE Ambassador विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को रमजान के पवित्र महीने में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत अब्दुलनासर अलशाली द्वारा आयोजित इफ्तार में शामिल हुए। एस जयशंकर ने ट्वीट कर रमजान कि बधाई भी दी ।

नई दिल्ली, एजेंसी। विदेश मंत्री एस जयशंकर शनिवार को रमजान के पवित्र महीने में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत अब्दुलनासर अलशाली द्वारा आयोजित इफ्तार में शामिल हुए। इस संबंध में ट्वीट कर विदेश मंत्री ने कहा, "आज शाम @UAEembassyIndia में UAE के राजदूत @aj_alshaali द्वारा आयोजित इफ्तार में शामिल हुए। रमजान करीम।"
Joined the Iftar hosted by UAE Ambassador @aj_alshaali at @UAEembassyIndia this evening.
Ramadan Kareem! pic.twitter.com/ZAuCH28oqa
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) April 8, 2023
गौरतलब है कि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध में बीते कुछ वर्षों में काफी मजबूती आई है। इसी का नतीजा है कि संयुक्त अरब अमीरात पश्चिम एशियाई क्षेत्र में भारत के सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारों में से एक बन गया है।
दोनों देशों ने उच्च स्तरीय आधिकारिक यात्राओं के माध्यम से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए काफी कूटनीतिक प्रयास किए हैं। दोनों देशों के नेतृत्व के बीच मधुर संबंध बने हुए हैं।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच कई साझेदारी
हाल ही में आयोजित I2U2 शिखर सम्मेलन, जिसमें भारत, इज़राइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका के बीच साझेदारी शामिल है, केवल दोनों देशों के बीच सामरिक अलाइमेंट को रेखांकित करता है। शिखर सम्मेलन का विजन स्टेटमेंट यूएई द्वारा इजरायल और अमेरिका से प्रौद्योगिकी समर्थन के साथ भारत में हरित निवेश पर जोर देना सभी के लिए एक जीत की स्थिति होगी। इसमें भूमि और जल संरक्षण में निवेश के साथ नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश शामिल होगा।
भारत और UAE का कई क्षेत्रों में सहयोग करने की है उम्मीद
आर्थिक मोर्चे पर, भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) है जो दो उभरती आर्थिक शक्तियों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करेगा। विजन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को मौजूदा 60 अरब डॉलर से बढ़ाकर 100 अरब डॉलर करने का है।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात ने खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, शिक्षा, रक्षा और अंतरिक्ष के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की है।
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