Flood Situation: देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति, एयर फोर्स से मांगी गई मदद; मप्र में 70 गांवों को कराया गया खाली
Flood situation कई राज्यों में भारी वर्षा से नदी-नाले उफान पर हैं जिससे लोगों को खासी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। मध्य प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इसके चलते विदिशा के 70 गांवों को खाली करा दिया गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। मध्य प्रदेश, राजस्थान व ओडिशा में भारी वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदी-नाले उफान पर होने से लोगों को खासी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। बांध छलकने लगे तो अधिकतर के सभी गेट खोल दिए गए। इससे मध्य प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वर्षा ने इस कदर डराया कि विदिशा के 70 गांवों को खाली करा दिया गया है। मदद के लिए एयर फोर्स से दो हेलीकाप्टर मांगे गए हैं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन जिलों में रहने वालों को अलर्ट किया है, जहां नर्मदा-बेतवा नदी बहती है। बांधों के गेट खोले जाने से नर्मदा खतरे के निशान से चार फीट ऊपर बह रही है। बेतवा का भी जलस्तर बढ़ रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटे में नर्मदा का जलस्तर 945 फीट से बढ़कर 964 फीट हो गया है। शासन ने स्थिति को देखते हुए विदिशा में तीन, ग्वालियर में दो, सीहोर-नर्मदापुरम और जबलपुर में एक-एक एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी है। नर्मदापुरम जिले के चार गांवों में जल प्लावन की स्थिति बन गई है तो भोपाल में इंडस कालोनी, शिवनगर को खाली कराया गया है। भोपाल शहर की तीन कालोनियों में लोगों को नाव के जरिये जलभराव से बाहर निकाला गया। करीब 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने से भोपाल की बड़ी झील में ऊंची लहरें उठीं। लहरों की चपेट में आने से पर्यटन कराने वाला क्रूज आधा डूब गया। उधर, देर शाम बाढ़ के हालात को देखते हुए शासन ने तवा और बारना बांध से पानी की निकासी को नियंत्रित किया है।
अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने पिछले 24 घंटे में बाढ़ में फंसे 407 लोगों को निकाला है। इस बीच श्योपुर का कोटा से संपर्क कट गया है, टीकमपुर-छतरपुर मार्ग भी अवरुद्ध है। मौसम विभाग ने मंगलवार तक के लिए उज्जैन, इंदौर संभागों के जिलों तथा राजगढ़ जिले में कहीं-कहीं अत्यधिक भारी वर्षा की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट भी जारी किया है। अनूपपुर में पुष्पराजगढ़ के ग्राम तुलरा-सरई-करपा पहुंच मार्ग की सड़क करीब 20 मीटर धंस गई। शहडोल-पुष्पराजगढ़ को जोड़ने वाला एनएचएआइ मार्ग भूस्खलन के कारण बंद कर दिया गया। यह मार्ग छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा को जोड़ता है।
राजस्थान में नाले में बहे पति-पत्नी
राजस्थान के टोंक जिले में बरसाती नाले में पति-पत्नी बह गए। बताया जाता है कि खेत पर जाने के लिए दोनों नाला पार कर रहे थे। दोनों की मौत हो गई। वहीं, उदयपुर में बाइक से पुलिया पार कर रहे दो युवक बह गए। दोनों की तलाश की जा रही थी।
ओडिशा में 25 गांवों का संपर्क टूटा
ओडिशा में महानदी के बाद अब सुवर्णरेखा नदी में बाढ़ आ गई है। राजघाट में नदी का जलस्तर खतरे के निशान 10.36 मीटर को पार कर 11.90 मीटर पर प्रवाहित हो रहा है। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता विजय मिश्रा ने बताया कि बाढ़ के कारण 25 गांव का संपर्क अन्य क्षेत्रों से कट गया है। झारखंड गालुडीह बैराज से 16 गेट खुलने के बाद मयूरभंज और बालेश्वर जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। बचाव दल जुटा हुआ है।
हिमाचल में अब भी 104 सड़कें यातायात के लिए बंद
हिमाचल प्रदेश में सोमवार को भी अधिकतर स्थानों पर मौसम साफ रहने के बावजूद लोगों की परेशानी कम नहीं हुई है। भूस्खलन के कारण नुकसान का सिलसिला थम नहीं रहा हे। सोमवार को 72 मकानों, 74 पशुशालाओं व 27 दुकानों को नुकसान हुआ। 104 सड़कें अब भी यातायात के लिए बंद हैं।