Manipur Viral Video Case: झूठी पोस्ट करने पर माकपा नेता सुभाषिनी पर दर्ज हो एफआइआर : एनसीपीसीआर
एनसीपीसीआर ने मणिपुर पुलिस को एक नोटिस भेजकर कहा कि उसे माकपा की सदस्य सुभाषिनी अली सहित तीन व्यक्तियों द्वारा नाबालिग लड़के की पहचान का राज खोलने से संबंधित शिकायत प्राप्त हुई है। रविवार को सुभाषिणी ने प्रसारित वीडियो के स्क्रीनशाट के साथ आरएसएस की पोशाक पहने दो लोगों की तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें दावा किया गया कि ये दोनों चार मई की उस घटना में शामिल थे।
नई दिल्ली, पीटीआई। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) चाहता है कि मणिपुर में दो महिलाओं की निर्वस्त्र परेड कराने के मामले में एक 14 वर्षीय लड़के की आरोपित के रूप में गलत पहचान करने और उस पर संगीन आरोप लगाने के लिए माकपा नेता व पूर्व सांसद सुभाषिनी अली सहित तीन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो।
सुभाषिणी अली ने किया था दावा
रविवार को सुभाषिणी ने प्रसारित वीडियो के स्क्रीनशाट के साथ आरएसएस की पोशाक पहने दो लोगों की तस्वीर पोस्ट की थी, जिसमें दावा किया गया कि ये दोनों चार मई की उस घटना में शामिल थे, जिसमें भीड़ ने दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराई थी।
एनसीपीसीआर ने मणिपुर पुलिस को एक नोटिस भेजकर कहा कि उसे माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य सुभाषिनी अली सहित तीन व्यक्तियों द्वारा नाबालिग लड़के की पहचान का राज खोलने से संबंधित शिकायत प्राप्त हुई है। इसमें नाबालिग पर मणिपुर की हालिया घटना में अपराधी होने का आरोप लगाया गया है।
मामले की तत्काल जांच की जाए
इसके अलावा आयोग को यह भी बताया गया है कि नाबालिग की तस्वीरें प्रसारित करने से उसे मानसिक आघात पहुंचा है और वह सदमे की स्थिति में है।
आयोग ने पुलिस से कहा कि उक्त अपराधियों के खिलाफ तुरंत एफआइआर दर्ज करने के लिए मामले की तत्काल जांच की जाए।
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