फेमस सिंगर भूपेन हजारिका की दिल्ली में मनाई गई जन्मशती, सालभर चलेंगे कार्यक्रम
महान गायक डॉ भूपेन हज़ारिका का वर्ष भर चलने वाला जन्मशती समारोह सोमवार को यहां शुरू हुआ। दिल्ली में असम हाउस के अधिकारियों ने इस महान गायक को श्रद्धांजलि देने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। असम सरकार द्वारा आयोजित डॉ हजारिका का वर्ष भर चलने वाला जन्मशती समारोह सोमवार को पूरे असम और अन्य जगहों पर शुरू हो गया है।

डिजिटल टीम, नई दिल्ली। महान गायक डॉ भूपेन हज़ारिका का वर्ष भर चलने वाला जन्मशती समारोह सोमवार को यहां शुरू हुआ। दिल्ली में असम हाउस के अधिकारियों ने इस महान गायक को श्रद्धांजलि देने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया। असम सरकार द्वारा आयोजित डॉ हजारिका का वर्ष भर चलने वाला जन्मशती समारोह सोमवार को पूरे असम और अन्य जगहों पर शुरू हो गया है।
असम हाउस के परिसर में आयोजित एक समारोह में केंद्रीय जहाजरानी एवं बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा, सांसद भुवनेश्वर कलिता, दिलीप सैकिया, कामाख्या प्रसाद तासा, बिजुली कलिता मेधी, रामेश्वर तेली, परिमल शुक्लाबैद्य, कणाद पुरकायस्थ और अमरसिंह तिस्सो तथा असम भवन के अधिकारियों सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि भारत रत्न डॉ. भूपेन हजारिका ने असम की धरती, लोगों, असम की संस्कृति व पूर्वोत्तर के गीत गाए और उन्हें वैश्विक मंच पर पहुंचाया। विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने ब्रह्मपुत्र के कवि को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके गीत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित और प्रोत्साहित करते रहेंगे।
सांसद और असम प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप सैकिया ने डॉ हजारिका के जीवन, योगदान और संबंधों पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान पीढ़ियों को प्रेरित किया। इस अवसर पर एक संगीत कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान शनिवार को गुवाहाटी में संगीत के इस दिग्गज की 100वीं जयंती समारोह में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी डॉ. हजारिका के सम्मान में 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी करेंगे। खानापाड़ा में आयोजित एक भव्य शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री की उपस्थिति में 1,000 से अधिक कलाकार डॉ. हजारिका के 14 अमर गीतों की प्रस्तुति देंगे।
असम सरकार ने जन्म शताब्दी मनाने के लिए अगले 12 महीनों के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की है। शताब्दी समारोह के कार्यक्रम अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मुंबई, कोलकाता और दिल्ली में भी आयोजित किए जाएंगे, जहाँ हजारिका रहते थे। भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित डॉ. हजारिका का 5 नवंबर, 2011 को 85 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।
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