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पुलवामा हमले में शहीद CRPF जवानों के परिजनों को मिलेंगे एक करोड़ रुपये

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों के परिवारों को एक्स ग्रेशिया फंड के तौर पर एक करोड़ रुपये से अधिक राशि दी गई है।

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Fri, 08 Mar 2019 06:02 PM (IST)Updated: Fri, 08 Mar 2019 06:14 PM (IST)
पुलवामा हमले में शहीद CRPF जवानों के परिजनों को मिलेंगे एक करोड़ रुपये
पुलवामा हमले में शहीद CRPF जवानों के परिजनों को मिलेंगे एक करोड़ रुपये

नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने शुक्रवार को कहा है कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आत्मघाती हमले में शहीद जवानों के परिजनों को सेवा नियमों के तहत एक्स ग्रेशिया के रूप में एक करोड़ रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाएगी। शहीद जवानों के परिजनों को विभिन्न राज्य सरकारों व सामाजिक संगठनों को अलग से मदद जारी की गई है। राज्यों ने अलग-अलग आधार पर राशि देने की घोषणा की है।

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सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा में शहीद हुए 40 जवानों के परिजनों को दिए 1.01 करोड़ रुपये में केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों को सेवा के दौरान मौत पर दिए जाने वाले एक्सग्रेशिया के 35 लाख, 21.50 लाख जोखिम फंड, 15 लाख रुपय़े भारत के वीर कोष से और 30 लाख एसबीआइ पैरामिलिट्री सर्विस पे इंश्योरेंस कवर के तहत दिए गए हैं। इसके अलावा संबंधित राज्यों की सरकारों ने भी परिवारों की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।

कई सामाजिक व गैर सरकारी संगठनों ने भी शहीदों के बच्चों की शिक्षा का खर्च वहन करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि शहीद जवानों के परिवारों को उनके आखिरी मूल वेतन के समान राशि पेंशन के रूप में दी जाएगी। यह राशि उम्र भर दी जाती रहेगी। कुछ राज्य सरकारों ने शहीदों के परिवार के सदस्य को नौकरी देने की भी घोषणा की है। वे सीआरपीएफ में नौकरी पाने के लिए भी पात्र हैं।

अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ जल्द ही विशेष मोबाइल एप लांच करेगी, जिससे बल के शहीद हुए जवानों के परिवारों से जुड़े मामलों का निपटारा किया जा सके। 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मुहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। जम्मू-कश्मीर में इस बल की 61 बटालियन तैनात हैं, जिसमें करीब पैंसठ हजार जवान शामिल हैं। कश्मीर घाटी में आतंकवाद से निपटने व आंतरिक सुरक्षा बहाली में जुटा यह सबसे बड़ा बल है।


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