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    Rajasthan: फर्जी निवेश नेटवर्क का पर्दाफाश, तीन लाख लोगों से ठगी करने के आरोप में पांच गिरफ्तार

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 02:43 AM (IST)

    राजस्थान के भरतपुर में पुलिस ने एक फर्जी निवेश नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस नेटवर्क के जरिए देशभर के तीन लाख से अधिक लोगों से निवेश के नाम पर 3500 करोड़ रूपए की ठगी करने का आरोप है। पुलिस ने इस मामले में गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

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    फर्जी निवेश नेटवर्क का पर्दाफाश, तीन लाख लोगों से ठगी करने के आरोप में पांच गिरफ्तार (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के भरतपुर में पुलिस ने एक फर्जी निवेश नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस नेटवर्क के जरिए देशभर के तीन लाख से अधिक लोगों से निवेश के नाम पर 3500 करोड़ रूपए की ठगी करने का आरोप है।

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    पुलिस ने इस मामले में गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। भरतपुर के पुलिस अधीक्षक दिगत आनंद ने बताया कि 12 नवंबर को भरतपुर के मथुरागेट पुलिस थाने में एक मुकदमा दर्ज हुआ था।

    इसमें बताया गया था कि एक फर्जी निवेश वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन क्रिप्टोकरेंसी के साथ ही विदेशी बाजारों में उच्च लाभ, बोनस एवं अतिरिक्त प्रलोभन का झांसा देकर लोगों से निवेश करवाया गया था। जांच में पाया गया कि पांच ठगों ने इस काम के लिए एक कंपनी बना रखी थी।

    यह कंपनी भारत में एसईबीआइ, आरबीआइ एवं एमसीए अथवा किसी भी सक्षम प्राधिकरण से पंजीकृत नहीं थी। पुलिस के अनुसार इसका वास्तविक संचालन साल,2022 से जयपुर से शुरू हुआ था। इसके मुख्य कर्ताधर्ता संदीप ¨सगर एवं रजत शर्मा थे।

    उन्होंने बाद में तीन अन्य लोगों को अपने साथ जोड़ा था। कंपनी की वेबसाइट 47 लाख उपयोगकर्ता एवं 4.3 बिलियन डालर फंड प्रबंधन का झूठा दावा कर रही थी,जबकि जांच में करीब साढ़े चार लाख उपयोगकर्ता होने बात सामने आई। इसमें जमा की गई वास्तवित रकम 3100 करोड़ रूपए निकली।

    यह कंपनी एक अन्य वेबसाइट का भी संचालन करती थी। इस वेबसाइट के माध्यम से पांच सौ करोड़ रूपए की ठगी की गई। पुलिस ने जांच के बाद गुरूवार को पांच लोगों को गिरफ्तार करने के साथ ही 40 लाख रूपए नकद, इतनी ही मूल्य की क्रिप्टोकरेंसी व जेवरात और पांच वाहन जब्त किए हैं।

     

    पुलिस ने यह कार्रवाई अनियमित जमा प्रतिबंध अधिनियम,2019 और भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में की गई है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि गिरफ्तार किए गए आरोपित किस तरह से लोगों को निवेश के नाम पर अपने जाल में फंसाते थे।