फेक करेंसी रैकेट का भंडाफोड़, मौलाना की निशानदेही पर मास्टरमाइंड डॉक्टर भोपाल से गिरफ्तार
बिहार में नकली करेंसी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। मौलाना की सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भोपाल से मुख्य आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है। डॉक्टर इस गिरोह का सरगना है और पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है, ताकि रैकेट से जुड़े अन्य सदस्यों को भी पकड़ा जा सके।

फेक करेंसी रैकेट का भंडाफोड़।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में ग्राम पेठिया से करीब 20 लाख रूपये के नकली नोट पकड़ाने के मामले में इस नेटवर्क का मास्टर माइड डॉ. प्रतीक नवलखे को भोपाल से खंडवा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके दो साथियों के साथ पुलिस ने करीब 25 हजार रूपये के नकले नोट और नोट छापने में उपयोग होने वाली सामग्री जब्त की है। डॉ. नवलखे अपने अंतरप्रांतीय नेटवर्क के माध्यम से पिछले करीब दो साल से नकली नोट का कारोबार कर रहा था।
भोपाल में कथित ट्रेवल्स ऐजेंसी की आड़ में यह कारोबार चल रहा था। आरोपितों को सोमवार न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेकर आवश्यक पूछताछ करेगी। डॉ. नवलखे की महाराष्ट्र पुलिस सहित अन्य जांच ऐजेंसियों को भी तलाश थी।
खंडवा जिले के जावर थाना अंतर्गत ग्राम पेठिया मस्जिद के मौलाना जुबेर पुत्र अशरफ अंसारी मूल निवासी बुरहानपुर के पेठिया स्थित इमामवाड़ा के उपर बने कमरे से दो नवंबर को पुलिस ने 19.78 लाख रुपये के 500-500 के नकली नोट जब्त किए थे। जावर ने धारा 179,180 बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध किया था। यह कार्रवाई महाराष्ट्र के मालेगांव में मौलाना जुबेर नकली नोट के साथ पकड़ाने की सूचना पर की गई थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेद्र तारनेकर के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया था। जिसमें प्रमुख रूप से उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय अनिल सिंह चौहान, थाना प्रभारी पदमनगर निरीक्षक प्रवीण आर्य सहित अन्य पुलिस स्टाफ शामिल था।
मालेगांव में पकड़ाने पर मौलाना जुबेर ने बुरहानपुर अस्पताल से निलंबित बीएमओ डॉ. प्रतीक नवलखे निवासी बुरहानपुर को मास्टर मांइड बताया था। इसके बाद से मालेगांव और खंडवा पुलिस डॉ. नवलखे की तलाश में जुटी हुई थी।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र तारणेकर ने बताया कि 22 नवंबर को खंडवा पुलिस को डा. नवलखे भोपाल में गोपाल उर्फ राहुल के साथ किराए के मकान में होने की सूचना मिली। इस पर जावर पुलिस की टीम द्वारा रविवार तड़के वहां दबिश दी गई।
वहां से आरोपित 43 वर्षीय डॉ. नवलखे पुत्र सुरेश नवलखे निवासी इतवारा थाना बडा गणपति नाका जिला बुरहानपुर, 35 वर्षीय गोपाल उर्फ राहुल पुत्र मांगीलाल पंवार निवासी हरदा हाल गोकुल धाम सोसायटी मकान नंबर 608 गोकुल अपार्टमेंट बागमुगलिया भोपाल और 43 वर्षीय दिनेश पुत्र दीपक गोरे निवासी साई नगर धारणी जिला अमरावती महाराष्ट्र को गिरफ्तार किया गया।
आरोपित के साथ ही पुलिस ने नगदी नकली नोट और नोट छापने में काम आने वाले इलेक्ट्रानिक उपकरण जब्त किए है। मुख्य आरोपित डॉ.नवलखे के कब्जे से 500 रूपये के 13 नकली नोट कुल राशि 13500 रूपये, सात मोबाइल, एक लैपटॉप, 15 चेक बुक, 12 एटीएम व डेबिट कार्ड ,गोपाल से 500 के छह नकली नोट राशि तीन हजार रूपये, एक ड्रायर मशीन, दो नग मोबाइल, 20 नग एटीएम व डेबिट कार्ड, दिनेश के कब्जे से 500 के 17 नकली नोट राशि 8500 रूपये जब्त किए गए। आरोपियों को खंडवा न्यायालय में पेश कर प्रकरण के संबंध में विस्तृत पूछताछ हेतु पुलिस रिमांड लिया जाएगा।
आंतकी गतिविधियों से लिंक की आशंका
खंडवा जेल में बंद रहने के दौरान करीब दो वर्ष पूर्व डॉ. नवलखे और जुबेर की मुलाकात हुई थी। छूटने पर नकली नोट छापने की योजना बनाई थी। नोट छापने,उन्हे चलाने,सामग्री जुटाने और रहने आदि की व्यवस्था डॉ. नवलखे करता था। एक लाख रूपये में तीन से पांच लाख तक के नकली नोट देते थे।
इस कार्य में फर्जी बैंक खातों का उपयोग भी हो रहा था। अब तक महाराष्ट्र के महानगरों से सहित कोलकाता तक इनका नेटवर्क होने की जानकारी सामने आई है। नकली नोटों से संपत्ति भी खरीदते थे। दो साल में अभी तक 40 लाख रूपये का हिसाब सामने आया है।
पुलिस इन नोटो का उपयोग आंतकी गतिविधियों में होने की संभावना भी तलाश रही है। सोमवार को न्यायालय से लेंगे अनुमति नकली नोट मामले का आरोपित जुबेर अंसारी महाराष्ट्र की नासिक जेल से लाने के लिए खंडवा से टीम गई हुई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तारणेकर ने बताया कि ट्राजिंट रिमांड पर लाने के लिए वहां न्यायालय में सोमवार को दस्तावेज प्रस्तुत किए जाएंगे। अनुमति मिलने पर एक-दो दिन में उसे खंडवा लाया जाएगा।

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