नक्सली हमले पर राजनाथ ने संसद में दिया बयान
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद के दोनों सदन में सुकमा नक्सली हमले में शहीद हुए सभी सुरक्षाकर्मियों को श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। सिंह ने बताया कि माओवादी प्रभावित राज्यों में राज्य पुलिस एवं केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद के दोनों सदन में सुकमा नक्सली हमले में शहीद हुए सभी सुरक्षाकर्मियों को श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। सिंह ने बताया कि माओवादी प्रभावित राज्यों में राज्य पुलिस एवं केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों द्वारा लगातार इस समस्या से प्रभावी ढंग से निबटने के लिए अभियान चलाये जा रहे हैं।
राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदन में नक्सली हमले में शहीद सीआरपीएफ के जवानों के परिजनों के प्रति गहरी सवेंदना प्रकट करते हुए कहा कि सरकार माओवादी उग्रवाद से पूरी दृढ़ता से निबटने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सरकार द्वारा बहुआयामी रणनीति क्रियान्वित की जा रही है। इसमें सुरक्षा संबंधी उपाय, विकास से संबंधित उपाय एवं आदिवासी एवं अन्य कमजोर वर्ग के लोगों को उनका अधिकार दिलाने से संबंधित कदम शामिल हैं। सरकार की नीति के परिणामस्वरूप माओवादियों के हौसले कमजोर हुए हैं। उनके कैडर के द्वारा आत्मसम्पर्ण करने की संख्या में इस वर्ष काफी वृद्धि हुई है।
गृहमंत्री ने कहा कि 2011 से माओवादी हिंसा की घटना में निरंतर गिरावट आ रही हैं, जो इस वर्ष भी जारी है। हमारा दृढ़ निश्चय है कि हम अपने सुरक्षा बलों को सभी संभव साधन मुहैया करायेंगे और तबतक इस अभियान को जारी रखेंगे, जब तक कि इस समस्या का पूरी तरह से उन्मूलन न हो जाये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें जब भी शांति व्यवस्था कायम करने, उग्रवाद के संकट, प्राकृतिक आपदा आदि से निबटने के लिए सीआरपीएफ की मांग करती हैं, उसे उपलब्ध कराया जाता है।
इससे पहले, मंगलवार को राजनाथ सिंह ने छत्तीसगढ़ के सुकमा नक्सली हमले में शहीद सीआरपीएफ के 14 जवानों के परिजनों को 38-38 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की। उन्होंने नक्सली हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे कायरतापूर्ण कार्रवाई करार दिया।
पढ़े- गृहमंत्री ने दी शहीदों को श्रदांजलि, घायलों से भी मिले