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विशेष रेल संरक्षा कोष की बढ़ी उम्मीद

रेल मंत्रालय ने ट्रैक की जांच में तेजी लाने के लिए छह सेल्फ प्रोपेल्ड अल्ट्रा सोनिक फ्लॉ डिटेक्टर कार (स्पर्ट कार) खरीदने के आर्डर दिए हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Mon, 23 Jan 2017 08:49 PM (IST)Updated: Mon, 23 Jan 2017 09:17 PM (IST)
विशेष रेल संरक्षा कोष की बढ़ी उम्मीद

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रेलवे बोर्ड चेयरमैन एके मितल ने वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा बजट में विशेष रेलवे संरक्षा कोष की रेलवे की मांग स्वीकार किए जाने की आशा प्रकट की है।उन्होंने कहा, 'हमने रेलवे संरक्षा कोष के लिए एक लाख करोड़ रुपये की मांग की है। हमें उम्मीद है कि हमारी मांग पूरी होगी।'

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गौरतलब है कि रेलवे ने हादसों पर लगाम लगाने के लिए पुराने रेलवे ट्रैक, पुलों, सिगनल प्रणालियों तथा रोलिंग स्टॉक के नवीकरण के लिए 1.20 लाख करोड़ रुपये के विशेष संरक्षा कोष की स्थापना की जरूरत बताई है। इसके लिए उसने वित्त मंत्रालय से पांच सालों में हर साल 20 हजार करोड़ रुपये देने की मांग की है। बाकी के 20 हजार करोड़ रुपये रेल मंत्रालय आंतरिक स्रोतों से खर्च करेगा।

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इस बीच रेल मंत्रालय ने ट्रैक की जांच में तेजी लाने के लिए छह सेल्फ प्रोपेल्ड अल्ट्रा सोनिक फ्लॉ डिटेक्टर कार (स्पर्ट कार) खरीदने के आर्डर दिए हैं। यह एक तरह की बोगी होती है जिसमें यूएसएफडी सेंसर लगा होता है। यह 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पटरी में दरारों की जांच करता है।

मितल ने कहा कि अमेरिकी कंपनी जीई ने भी उन्हें ट्रेन के इंजन में लगाए जा सकने वाले यूएसएफडी उपकरण मुफ्त में देने का प्रस्ताव मिला है।मितल के अनुसार अगले दो वर्षो में 5100 किलोमीटर ट्रैक का नवीकरण किया जाएगा।

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