Nomadic Elephant 2025: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का पहला सैन्य अभ्यास शुरू, चीन से सटे देश में ट्रेनिंग ले रहे जवान
भारत और मंगोलिया के बीच 17वां संयुक्त सैन्य अभ्यास नोमैडिक एलीफेंट 2025 उलान बतोर में चल रहा है। इसका उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं की कार्य क्षमता को बढ़ाना और आतंकवाद-रोधी अभियानों से जुड़ी कार्यशैली से परिचित होना है। भारतीय सेना के 45 सैनिक इसमें भाग ले रहे हैं जो पर्वतीय युद्ध में प्रशिक्षित हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और मंगोलिया के बीच 17वां संयुक्त सैन्य अभ्यास मंगोलिया की राजधानी उलान बतोर में चल रहा है। इस सैन्य अभ्यास को नोमैडिक एलीफेंट 2025 (Exercise NomadicElephant 2025) नाम दिया गया है।
इस अभ्यास में अर्द्ध-शहरी और पर्वतीय क्षेत्रों में गैर-पारंपरिक अभियान चलाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। 31 मई से शुरू हुआ यह अभ्यास इस महीने की 13 तारीख तक चलेगा।
क्या है इस अभ्यास का उद्देश्य
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं की कार्य क्षमता को बढाना है। इससे दोनों पक्षों को एक-दूसरे की आतंकवाद-रोधी अभियानों से जुड़ी कार्यशैली से परिचित होने का अवसर मिलेगा।
Exercise #NomadicElephant 2025
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) June 10, 2025
The 17th edition of the Joint Military Exercise #NomadicElephant 2025 between India and Mongolia is underway at the Special Forces Training Centre, Ulaanbaatar.
Focusing on non-conventional operations in semi-urban and mountainous terrain, the… pic.twitter.com/CQnfPSH23f
क्या है इस अभ्यास का लक्ष्य?
भारतीय सेना के 45 सैनिक इसमें भाग ले रहे हैं। वे मुख्य रूप से अरुणाचल स्काउट्स और पर्वतीय युद्ध के लिए प्रशिक्षित एक इकाई से हैं।
अभ्यास के दौरान सैनिक स्नाइपर शूटिंग, कमरे की सफाई, तथा पहाड़ और शहर जैसे क्षेत्रों में लड़ने जैसे कौशल का अभ्यास कर रहे हैं। गौरतलब है कि सैनिक ऐसी परिस्थितियों के लिए तैयारी कर रहे हैं, जहां देश शांति बनाए रखने और संघर्ष क्षेत्रों में नागरिकों की मदद करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत मिलकर काम करते हैं।
मजबूत हो रहे भारत-मंगोलिया के रिश्ते
प्रशिक्षण में के दौरान सैनिक बुनियादी साइबर युद्ध जागरूकता और पहाड़ियों और चट्टानों जैसे कठिन इलाकों में चढ़ाई या जीवित रहने के कौशल को सीख रहे हैं। बता दें कि भारत और मंगोलिया के बीच रिश्ते काफी मित्रतापूर्ण है। दोनों देशों में आपसी सम्मान बढ़ाने के लिए सैनिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है।
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