रोजाना 45 मिनट व्यायाम से कैंसर का खतरा कम, अमेरिकी शोधकर्ताओं के अध्ययन में सामने आई बात
वर्तमान में हम में से ज्यादातर की दिनचर्या ऐसी हो गई है कि पर्याप्त शारीरिक श्रम करने को नहीं मिल रहा है। वर्क फ्राम होम हो या आफिस ज्यादा चलना-फिरना हो ही नहीं पाता। यदि शारीरिक सक्रियता को बढ़ाया जाए तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है।

नई दिल्ली, एएनआइ। वर्तमान में हम में से ज्यादातर की दिनचर्या ऐसी हो गई है कि पर्याप्त शारीरिक श्रम करने को नहीं मिल रहा है। वर्क फ्राम होम हो या आफिस, ज्यादा चलना-फिरना हो ही नहीं पाता। काम के लिए कंप्यूटर तो मनोरंजन के लिए टीवी या मोबाइल की स्क्रीन पर ही हमारा अधिकतर समय बीतता है। ऐसे में शारीरिक निष्कि्रयता हम पर कई तरह से बुरे परिणाम डाल रही है। कई बीमारियां हमें अपनी चपेट में ले रही हैं। यदि शारीरिक सक्रियता को बढ़ाया जाए तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
इसी दिशा में किए गए एक अध्ययन में सामने आया है कि रोजाना 45 मिनट व्यायाम (कम से कम सप्ताहभर में 300 मिनट) करने से कैंसर का खतरा कम हो जाता है। कैंसर भारत सहित विश्वभर में मृत्यु का एक बड़ा कारण है। शारीरिक निष्कि्रयता, व्यायाम और कैंसर पर अमेरिका में किए गए इस अध्ययन में सामने आया है कि यदि लोग रोजाना कम से कम 45 मिनट पैदल चलें तो अकेले अमेरिका में ही हर वर्ष कैंसर के 46,000 मामलों को रोका जा सकता है।
इस तरह किया गया अध्ययन
शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के लिए अमेरिका के सभी राज्यों के छह लाख लोगों में कैंसर की आशंका और उनकी शारीरिक गतिविधियों की आदतों का विश्लेषण किया। इस अध्ययन में महिला और पुरुषों दोनों को शामिल किया गया। अध्ययन में स्पष्ट रूप से सामने आया है कि अमेरिका में कैंसर के तीन प्रतिशत मामले सीधे तौर पर शारीरिक निष्कि्रयता से जुड़े होते हैं।
शारीरिक सक्रियता के कई लाभ
भारतीय विशेषज्ञों का भी कहना है कि कैंसर के खतरे को रोकने में व्यायाम अहम भूमिका निभाते हैं। सुपर स्पेशियलिटी पीडियाट्रिक हास्पिटल एंड पीजी टीचिंग इंस्टीट्यूट (एसएसएचपीजीटी), नोएडा में पीडियाट्रिक हेमेटोलाजी-आंकोलाजी विभाग की प्रमुख डा. नीता राधाकृष्णन के मुताबिक, यह भले ही नवीन अध्ययन हो, लेकिन इससे पहले भी यह बात सामने आ चुकी है कि शारीरिक सक्रियता कैंसर के खतरे को कम करने का काम करती है। बकौल डा. नीता, मूल रूप से शारीरिक गतिविधियां हमारे इम्यून सिस्टम को सुधारती हैं। हमारे शरीर में ट्यूमर निगरानी प्रणाली होती है। जब भी शरीर में कोई कैंसर विकसित होता है तो यह ट्यूमर निगरानी प्रणाली की विफलता के कारण ही होता है।
इस तरह है लाभदायक
डा. नीता के मुताबिक, व्यायाम हमारे इम्यून स्टेटस में सुधार से जुड़ा है और यह ब्रेस्ट, कोलन और गट कैंसर से जुड़ा है। व्यायाम से हमारे शरीर में भोजन के आंत के माध्यम से चलने में सुधार आता है। इस तरह यदि कोई व्यक्ति शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय है तो उसके शरीर की संपूर्ण प्रणाली अच्छी तरह से कार्य करती है और कैंसर की आशंका कम होती है। आज की व्यस्त दिनचर्या में व्यायाम बहुत मददगार साबित हो सकता है। यदि यह कहा जाए कि इससे कैंसर के मामलों में एक प्रतिशत या दो प्रतिशत कम हो सकते हैं तो यह भी एक बड़ा अंक है।
कैंसर से लड़ता है इम्यून सिस्टम
एमडी, एफएएमएस और मैक्स आंकोलाजी के प्रिंसिपल डायरेक्टर डा. पीके जुल्का के मुताबिक, कैंसर से हमारा इम्यून सिस्टम ही लड़ता है। यह ही कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। हमारे इम्यून सिस्टम को व्यायाम से मजबूती मिलती है। इस तरह व्यायाम सीधे तौर पर कैंसर को रोकने का काम करता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।