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    पूर्व सेना प्रमुख जनरल सुंदरराजन पद्मनाभन का चेन्नई में निधन, कश्मीर में आतंकियों का सफाया करने में निभाई थी बड़ी भूमिका

    Updated: Mon, 19 Aug 2024 07:25 PM (IST)

    पूर्व सेना प्रमुख जनरल सुंदरराजन पद्मनाभन का चेन्नई में निधन हो गया। 83 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली। जनरल पद्मनाभन के परिवार में उनकी पत्नी बेटी और एक बेटा है। उनके बच्चे अमेरिका से लौट रहे हैं। जनरल पद्मनाभन का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम होगा। बता दें कि वह जुलाई 1993 से फरवरी 1995 तक कश्मीर घाटी में 15 कोर के कमांडर थे।

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    पूर्व सेना प्रमुख जनरल ने 83 की उम्र में ली आखिरी सांस (फोटो-एएनआई)

    पीटीआई, चेन्नई। पूर्व सेना प्रमुख जनरल सुंदरराजन पद्मनाभन का चेन्नई में निधन हो गया। वह 83 साल के थे। उनको सैन्य हलकों में प्यार से 'पैडी' के नाम से जाना जाता था। वह 30 सितंबर 2000 से 31 दिसंबर 2002 तक थल सेनाध्यक्ष थे। जनरल पद्मनाभन के परिवार में उनकी पत्नी, बेटी और एक बेटा है। उनके बच्चे अमेरिका से लौट रहे हैं। जनरल पद्मनाभन का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम होगा।

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    दिल्ली में प्रतिष्ठित एनडीसी कोर्स में भाग लेने से पहले जनरल पद्मनाभन ने एक स्वतंत्र ब्रिगेड और एक माउंटेन ब्रिगेड की कमान संभाली थी। 15 कोर कमांडर के रूप में सेवाओं के लिए उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया था।

    1988 से फरवरी 1991 तक  इन्फैंट्री ब्रिगेड की संभाली थी कमान

    पांच दिसंबर 1940 को केरल के तिरुवंतपुरम में जन्मे जनरल पद्मनाभन प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य कालेज, देहरादून और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, पुणे के पूर्व छात्र थे। जनरल पद्मनाभन ने 1988 से फरवरी 1991 तक रांची, बिहार और पंजाब में एक इन्फैंट्री ब्रिगेड की कमान संभाली थी।

    कश्मीर घाटी में 15 कोर के कमांडर थे

    लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में पदोन्नति के बाद वह जुलाई 1993 से फरवरी 1995 तक कश्मीर घाटी में 15 कोर के कमांडर थे। उनके कार्यकाल के दौरान सेना ने कश्मीर में आतंकियों पर बड़ी बढ़त हासिल की। वह 43 वर्ष से अधिक की प्रतिष्ठित सैन्य सेवा पूरी करने के बाद 31 दिसंबर 2002 को सेवानिवृत्त हुए थे।