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    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी DRDO कर्मी ने पाकिस्तान को दी थी जानकारी, मोबाइल में मिले जासूसी के पुख्ता प्रमाण

    Updated: Thu, 14 Aug 2025 03:24 AM (IST)

    पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में चार अगस्त को जैसलमेर से गिरफ्तार डीआरडीओ के गेस्ट हाउस प्रबंधक महेंद्र प्रसाद ने स्वीकार किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान और बाद में भी उसने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सुरक्षा से संबंधित जानकारी पाकिस्तानी हैंडलर्स को दी थी। महेंद्र को सीआइडी की टीम ने बुधवार को जयपुर स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया

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    डीआरडीओ गेस्ट हाउस मैनेजर महेंद्र प्रसाद के मोबाइल में मिले जासूसी के पुख्ता प्रमाण (सांकेतिक तस्वीर)

     जागरण संवाददाता, जयपुर। पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में चार अगस्त को जैसलमेर से गिरफ्तार डीआरडीओ के गेस्ट हाउस प्रबंधक महेंद्र प्रसाद ने स्वीकार किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान और बाद में भी उसने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से सुरक्षा से संबंधित जानकारी पाकिस्तानी हैंडलर्स को दी थी।

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    पाकिस्तान के हैंडलर्स के नियमित संपर्क में था महेंद्र

    सीआइडी और अन्य एजेंसियों की पूछताछ में उसने बताया कि इसमें गेस्ट हाउस में ठहरे सैन्य अधिकारियों व डीआरडीओ के विज्ञानियों की गतिविधियों के साथ अधिकारियों की पहचान और पाकिस्तान के खिलाफ रणनीति की जानकारियां शामिल थीं। इसके बदले उसे पैसे मिलते थे।

    महेंद्र को सीआइडी की टीम ने बुधवार को जयपुर स्थित विशेष न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे दो दिन के रिमांड पर भेजा गया है। बता दें कि जैसलमेर स्थित चांधना फायरिंग रेंज में सैन्य अभ्यास और मिसाइल परीक्षण के दौरान अधिकारी और विज्ञानी डीआरडीओ के गेस्ट हाउस में ही ठहरते हैं।

    सबसे बड़ी चिंता ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भेजी गई जानकारी

    सुरक्षा एजेंसियों के लिए सबसे बड़ी चिंता ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भेजी गई जानकारी है। महेंद्र के मोबाइल फोन में चंदन नामक पाक हैंडलर्स का नाम सुरक्षित था और दोनों नियमित संपर्क में थे।

    पुख्ता सबूत मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया

    उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा निवासी महेंद्र वर्ष 2020 से ही पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में था। एजेंसियां पिछले तीन महीनों से उसकी निगरानी कर रही थीं। पुख्ता सबूत मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।