सक्षम-कुशल होता भारत, 54.81 प्रतिशत पहुंची रोजगार योग्यता; देखें राज्यवार प्रदर्शन
भारतीय युवाओं की रोजगार योग्यता वर्ष दर वर्ष बढ़ रही है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष रोजगार योग्यता का आंकड़ा 3.56 प्रतिशत वृद्धि के साथ 54.81 प्रतिशत पर पहुंच गया है। यदि राज्यवार प्रदर्शन देखें तो महाराष्ट्र शीर्ष पर है और दूसरे पर दिल्ली। रिपोर्ट में बताया गया है कि अब भारत में 50 प्रतिशत से अधिक स्नातक युवा रोजगार के योग्य हैं।
जितेंद्र शर्मा, नई दिल्ली। उद्योगों में वर्तमान में कार्यरत कामगारों के कौशल को लेकर चिंता जरूर जताई जा रही है, लेकिन शिक्षित युवाओं की नई पीढ़ी नई संभावनाएं भी दिखा रही है। ''ग्लोबल टैलेंट मोबिलिटी: इंडियाज डिकेड'' शीर्षक से जारी वर्ष 2025 की व्हीबाक्स की इंडिया स्किल्स रिपोर्ट ने यह तथ्य सामने रखा है कि भारतीय युवाओं की रोजगार योग्यता वर्ष दर वर्ष बढ़ रही है।
महाराष्ट्र शीर्ष पर है और दूसरे पर दिल्ली
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष रोजगार योग्यता का आंकड़ा 3.56 प्रतिशत वृद्धि के साथ 54.81 प्रतिशत पर पहुंच गया है। यदि राज्यवार प्रदर्शन देखें तो महाराष्ट्र शीर्ष पर है और दूसरे पर दिल्ली।
गत वर्ष पहले स्थान पर रहा हरियाणा खिसककर नौवें पायदान पर पहुंच गया, जबकि एक पायदान की गिरावट के साथ उत्तर प्रदेश पांचवें स्थान पर है। व्हीबाक्स ने कई संगठनों और संस्थाओं की भागदारी से ग्लोबल एम्प्लायबिलिटी टेस्ट का आयोजन किया, जिसमें भारत के 28 राज्यों, आठ केंद्र शासित प्रदेशों के युवाओं ने भाग लिया।
भारतीय युवाओं की रोजगार योग्यता का आकलन दिया गया
उसके निष्कर्ष के आधार पर ही इंडिया स्किल्स रिपोर्ट ''ग्लोबल टैलेंट मोबिलिटी: इंडियाज डिकेड-2025'' जारी की गई है। रिपोर्ट में 2019 से 2025 तक की भारतीय युवाओं की रोजगार योग्यता का आकलन दिया गया है। इसके मुताबिक, 2019 में यह आंकड़ा 47.28 प्रतिशत था, जो घटते-बढ़ते 2023 में 50.3 प्रतिशत, 2024 में 51.25 प्रतिशत और इस वर्ष 2025 में 54.81 प्रतिशत हो गई।
व्हीबाक्स के सीईओ निर्मल सिंह की ओर से रिपोर्ट में बताया गया है कि अब भारत में 50 प्रतिशत से अधिक स्नातक युवा रोजगार के योग्य हैं। एक दशक पहले यह आंकड़ा 33 प्रतिशत था, जिसमें 17 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि बताती है कि भारत ग्लोबल स्किल हब बनते हुए एआइ, क्लाउड कंप्यूटिंग और ऑटोमेशन जैसे जाब रोल के अवसरों का भी पूरा लाभ उठाने के लिए तैयार हो रहा है। उनका दावा है कि 2022 में भारत ने 111 अरब डॉलर फॉरेन इनकम ट्रांसफर प्राप्त किया, जो कि वर्ष 2030 तक 150 अरब डॉलर पहुंचने की संभावना है।
वर्षवार देश की रोजगार योग्यता
- 2019- 47.28 प्रतिशत
- 2020- 46.21 प्रतिशत
- 2021- 45.9 प्रतिशत
- 2022- 46.2 प्रतिशत
- 2023- 50.3 प्रतिशत
- 2024- 51.25 प्रतिशत
- 2025- 54.81 प्रतिशत
तीन तरह के कौशल में यूपी का दबदबा
रिपोर्ट में अलग-अलग स्किल का भी आकलन किया गया है कि कहां के युवा किन स्किल में आगे हैं। इनमें न्यूमेरिकल स्किल, क्रिटिकल थिंकिंग और कम्प्यूटर स्किल में उत्तर प्रदेश का पहला स्थान है। वहीं, दूसरी भाषा के रूप में अंग्रेजी में दक्षता के मामले में पहले स्थान पर महाराष्ट्र, दूसरे पर कर्नाटक और तीसरे पर उत्तर प्रदेश है।
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