गुवाहाटी से चेन्नई जा रही इंडिगो फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग, पायलट ने दिया 'Mayday' का मैसेज
गुरुवार को गुवाहाटी से चेन्नई जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 6764 को ईंधन की कमी के कारण पायलट द्वारा 'फ्यूल मेडे' कॉल किया गया। इसके तुरंत बाद विमान को बेंगलुरु की ओर मोड़ा गया। यहां पर विमान की सुरक्षित लैंडिंग कराई गई।

बेंगलुरु में इंडिगो के विमान की सुरक्षित लैंडिंग। (फाइल फोटो)
पीटीआई, बेंगलुरु। हाल ही में गुवाहाटी से चेन्नई जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। विमान का ईंधन खत्म होने के कगार पर था।
फ्लाइट के पायलट ने बेंगलुरु में लैंड करने से पहले मेडे कॉल की थी। बता दें कि पिछले दिनों अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे से ठीक पहले बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के पायलट कैप्टन सुमित सबरवाल ने भी एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को 'मेडे' काल की थी। उसके तुरंत बाद विमान का संपर्क एटीसी से टूट गया।
कब होता है मेडे का इस्तेमाल
मेडे कॉल का इस्तेमाल बहुत ज्यादा इमरजेंसी की हालात में किया जाता है यानी उस सूरत में जब जान पर बन आए। मसलन: विमान के इंजन फेल होने, बेहद खराब मौसम आदि होने की सूरत में। पायलट कंट्रोल रूम को तीन बार मेडे-मेडे-मेडे मैसेज भेजता है। मेडे शब्द फ्रांसीसी भाषा से लिया गया है जिसका मतलब होता है मेरी मदद करो।
इंडिगो एयरलाइन ने इस मामले पर क्या कहा?
इंडिगो के एक प्रवक्ता ने बताया कि चेन्नई जा रही फ्लाइट ने बेंगलुरु में लैंड करने से पहले मेडे काल की थी क्योंकि विमान का ईंधन खत्म होने को था। यह घटना 19 जून को हुई। फ्लाइट को शाम 7.45 पर चेन्नई पहुंचना था, लेकिन चेन्नई में खराब मौसम के कारण वह लैंड नहीं कर सकी।
इसके बाद पायलट ने फ्लाइट को बेंगलुरु की ओर डायवर्ट करने का निर्णय लिया, लेकिन उन्हें एहसास हुआ कि ईंधन खत्म होने को है। इसलिए उन्होंने एक मेडे काल कर बेंगलुरु एयरपोर्ट को सूचित किया। इंडिगों के अनुसार, फ्लाइट 19 जून को रात 8.20 पर बेंगलुरु में सुरक्षित रूप से लैंड कर गई।
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