SIR के दौरान अधूरे फार्मों की अलग मतदाता सूची प्रकाशित करेगा चुनाव आयोग, ये है वजह
बंगाल में चार नवंबर से शुरू होने वाले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान के साथ, भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआइ) ने घोषणा की है कि वह उन मतदाताओं की एक अलग सूची प्रकाशित करेगा जिनके विधिवत भरे हुए गणना फार्म निर्धारित समय के भीतर मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय तक नहीं पहुंच हैं या फार्म अधूरे हैं।

आयोग उन लोगों के नामों का खुलासा करेगा जिनके फार्म जमा नहीं हुए हैं (सांकेतिक तस्वीर)
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता।बंगाल में चार नवंबर से शुरू होने वाले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) अभियान के साथ, भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआइ) ने घोषणा की है कि वह उन मतदाताओं की एक अलग सूची प्रकाशित करेगा जिनके विधिवत भरे हुए गणना फार्म निर्धारित समय के भीतर मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय तक नहीं पहुंच हैं या फार्म अधूरे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि मतदाता सूची का मसौदा नौ दिसंबर को जारी किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि सूची जारी होने से पहले, आयोग उन लोगों के नामों का खुलासा करेगा जिनके फार्म जमा नहीं हुए हैं, उन्हें मृत, फर्जी या स्थानांतरित मतदाता के रूप में वर्गीकृत करेगा। उन्होंने कहा कि इस कदम का उद्देश्य मसौदा सूची से वास्तविक मतदाताओं के बाहर होने के संबंध में किसी भी गलतफहमी को रोकना है।
यह निर्णय राज्य में बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच आया है, जहां सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर पुनरीक्षण प्रक्रिया के दौरान किसी भी वैध मतदाता को छोड़ दिया गया तो बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन होंगे।
पुनरीक्षण प्रक्रिया तीन चरणों में आयोजित की जाएगी। पहले चरण में चार नवंबर से, बूथ स्तरीय अधिकारी (बीएलओ) घरों में जाकर गणना फार्म वितरित और एकत्र करेंगे। इस चरण के बाद मसौदा सूची प्रकाशित की जाएगी।
दूसरे चरण में, राजनीतिक दलों और व्यक्तिगत मतदाताओं को मसौदा सूची पर आपत्तियां या सुधार दर्ज करने की अनुमति होगी, जिसकी आयोग द्वारा समीक्षा की जाएगी।
अंतिम चरण में, निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) शिकायतों का समाधान करेंगे, जिसके बाद अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। पूरी प्रक्रिया मार्च 2026 तक पूरी होने की उम्मीद है। बंगाल में आखिरी एसआइआर 2002 में हुआ थी।

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