फर्जी मतदाताओं पर चुनाव आयोग की पैनी नजर, नए सिरे से करेगा जांच
चुनाव आयोग ने मसौदा मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं की पहचान के लिए क्रॉस-चेकिंग करने का निर्णय लिया है। आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को एफआईआर के ...और पढ़ें

फर्जी मतदाताओं पर चुनाव आयोग की नजर
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। चुनाव आयोग ने ऐसे मामलों की एक सूची तैयार की है, जिनमें उन फर्जी मतदाताओं का पता लगाने के लिए क्रास-चेकिंग की आवश्यकता है, जिनके नाम मसौदा मतदाता सूची में होने का संदेह है, जिसे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एफआईआर) के भाग के रूप में प्रकाशित किया जाएगा।
फर्जी मतदाताओं पर चुनाव आयोग की नजर
जिला निर्वाचन अधिकारियों को जारी आदेश में आयोग ने एफआईआर के दौरान की गई प्रविष्टियों की कई श्रेणियों को चिन्हित किया है, जिनकी 16 दिसंबर को मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित होने से पहले जांच की जानी चाहिए।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आयोग की पहल मुख्य रूप से मृत, अनुपस्थित और स्थानांतरित मतदाताओं की पहचान करने के उद्देश्य से हैं, जिनके गणना फार्म कथित तौर पर प्रक्रिया के दौरान भरे गए थे।
संदिग्ध बूथों पर विशेष ध्यान
संदेह तब और बढ़ गया जब निर्वाचन आयोग को सैकड़ों ऐसे बूथ मिले जहां वितरित किए गए सभी गणना फार्म वापस कर दिए गए थे। इसका मतलब है कि उन बूथों पर कोई मृत, अनुपस्थित या स्थानांतरित मतदाता नहीं था, जो असामान्य है।

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