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    India China Tension: इस सप्ताह हो सकती है भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर के आठवें दौर की बातचीत

    By Dhyanendra SinghEdited By:
    Updated: Sun, 25 Oct 2020 09:08 PM (IST)

    वार्ता का यह दौर महत्वपूर्ण होने की संभावना है क्योंकि दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में सभी फ्रिक्शन प्वांइट से विघटन और अपनी यथास्थिति में वापस जाने ...और पढ़ें

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    भारतीय पक्ष की अगुवाई नए 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे।

    नई दिल्ली, एएनआइ। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ विघटन और और अपनी यथास्थिति में वापस जाने के लिए भारत और चीन के बीच इस सप्ताह कोर कमांडर स्तर के वार्ता का आठवां दौर आयोजित करने की संभावना है। सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआइ को बताया कि इस सप्ताह आठवें दौर की वार्ता होने की संभावना है, जिसके लिए दोनों पक्षों के बीच होने वाली वार्ता की तारीखों पर चर्चा की जा रही है।

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    वार्ता का यह दौर महत्वपूर्ण होने की संभावना है क्योंकि दोनों पक्षों ने पूर्वी लद्दाख में सभी फ्रिक्शन प्वांइट से विघटन और अपनी यथास्थिति में वापस जाने के लिए चर्चा शुरू कर दी है, जिसमें उत्तरी और दक्षिणी बैंक पंगोंग झील के साथ-साथ अन्य बिंदु भी शामिल हैं जहां से पूरी तरह से विघटन होना बाकी था। 

    जनरल पीजीके मेनन करेंगे भारतीय पक्ष की अगुवाई

    आठवें दौर की वार्ता में भारतीय पक्ष की अगुवाई नए 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे, जिन्होंने हाल ही में लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह से पदभार संभाला था। सिंह को अब भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में स्थानांतरित कर दिया गया है, जहां वह सेना के अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के प्रभारी होंगे।

    बता दें कि चार महीने से अधिक समय तक गतिरोध में रहने के बाद भारत ने चीनी और पूर्ववर्ती पैंगोंग झील के दक्षिणी और उत्तरी दोनों किनारों पर दुर्गम क्षेत्रों की ऊंचाइयों पर कब्जा कर लिया है।

    12 अक्टूबर को हुई थी सातवें दौर की बातचीत

    भारत और चीन के बीच 12 अक्टूबर को सातवें दौर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने कहा था कि बातचीत सकारात्मक और सफल रही। सातवें दौर की वार्ता के एक दिन बाद 13 अक्टूबर को दोनों देशों की सेनाओं ने संयुक्त बयान दिया था। दोनों देशों ने कहा था दोनों पक्षों ने सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से संवाद बनाए रखने पर जोर दिया था। गौरतलब है कि भारत और चीन में पिछले छह महीने से सीमा विवाद को लेकर सैन्य गतिरोध चल रहा है। पूर्वी लद्दाख के सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है।