सोना तस्करी मामले में अभिनेत्री रान्या के खिलाफ ईडी की बड़ी कार्रवाई, 34 करोड़ की संपत्ति कुर्क
सोना तस्करी मामले में ईडी ने मनी लांड्रिंग जांच के तहत कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव की 34 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि रान्या ने भारत में सोने की तस्करी के लिए सहयोगियों के साथ मिलकर सोची समझी साजिश रची। यह कुर्की संपत्तियों को छिपाने या हस्तांतरित करने से रोकने के लिए की गई।

पीटीआई, बेंगलुरु। सोना तस्करी मामले में ईडी ने मनी लांड्रिंग जांच के तहत कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव की 34 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि रान्या ने भारत में सोने की तस्करी के लिए सहयोगियों के साथ मिलकर सोची समझी साजिश रची।
रान्या ने भारत में सोने की तस्करी के लिए रची थी साजिश :ईडी
ईडी ने कहा कि मनी लांड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत रान्या के विक्टोरिया लेआउट स्थित घर और बेंगलुरु के अर्कावती लेआउट स्थित भूखंड, तुमकुर में औद्योगिक भूमि और अनेकल तालुक में कृषि भूमि को कुर्क करने के लिए प्रोविजनल आदेश जारी किया गया था। इन परिसंपत्तियों का अनुमानित उचित बाजार मूल्य 34.12 करोड़ रुपये है।
यह कुर्की संपत्तियों को छिपाने या हस्तांतरित करने से रोकने के लिए की गई। ईडी ने यह भी कहा कि मामले की जांच जारी है, जिसमें सिंडिकेट में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान भी शामिल है।
सोने की छड़ों की कीमत 12.56 करोड़ रुपये
रान्या को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआइ) ने तीन मार्च को केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर 14.8 किलोग्राम सोने की तस्करी करते हुए उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वह दुबई से बेंगलुरु पहुंचीं। उसके पास से जब्त की गई सोने की छड़ों की कीमत 12.56 करोड़ रुपये है। रान्या की गिरफ्तारी के बाद बेंगलुरु के लावेल रोड स्थित उसके फ्लैट पर छापे मारे थे।
कुछ सरकारी कर्मियों की संलिप्तता जांच के दायरे में
तलाशी में 2.06 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई थी। ईडी ने बयान में कहा कि रान्या की अवैध गतिविधियों में कुछ सरकारी कर्मियों की संलिप्तता जांच के दायरे में है, क्योंकि रान्या को भारत पहुंचने पर हवाईअड्डे पर सहायता दी गई थी।
भारत में सोना तस्करी रैकेट के बारे में मार्च में सीबीआइ की प्राथमिकी और डीआरआइ की शिकायत के आधार पर रान्या और कुछ अन्य के खिलाफ पीएमएलए का मामला दर्ज किया गया था।
भारत में सोने की तस्करी के लिए सोची समझी साजिश रची
ईडी ने दावा किया कि अपराध की आय रखने और प्रसारित करने में रान्या की संलिप्तता की पुष्टि हुई है। तस्करी सिंडिकेट में उसकी सक्रिय भूमिका के भी साक्ष्य हैं। रान्या ने तरुण कोंडुरु राजू और अन्य के साथ मिलीभगत से भारत में सोने की तस्करी के लिए सोची समझी साजिश रची।
सोना दुबई, युगांडा और अन्य क्षेत्रों में स्थित सप्लायरों से खरीदा गया था। इसका भुगतान हवाला चैनलों के माध्यम से नकद में किया गया। दुबई में फर्जी कस्टम डेक्लेरेशन दाखिल किए गए थे। इसमें बताया गया था कि सोने की खेप स्विट्जरलैंड या अमेरिका ले जाया जा रहा है जबकि असलियत में सोने की तस्करी भारत में होने वाली थी।
सोने को भारत में इस तरह से किया जाता था इस्तेमाल
ईडी ने कहा कि यात्रा दस्तावेज के दो सेट का उपयोग किया गया था - एक घोषित निर्यात गंतव्य (स्विट्जरलैंड या अमेरिका) के लिए और दूसरा भारत के लिए। ऐसा इसलिए किया गया ताकि भारतीय हवाईअड्डों के माध्यम से तस्करी की जा सके। तस्करी किए गए सोने को भारत में जौहरियों को बेचकर नकदी ली जाती थी।
फिर इसे हवाला के जरिये विदेशों में भेजा जाता था ताकि भारत में और अधिक सोने की तस्करी के लिए बार-बार खेपों को फंडिंग किया जा सके। जब्त मोबाइल फोन से प्राप्त साक्ष्य और डिजिटल उपकरणों की फोरेंसिक जांच से विदेशी सोना आपूर्तिकर्ताओं, हवाला ऑपरेटरों और दुबई स्थित सीमा शुल्क एजेंटों के साथ मिलीभगत का पता चला है।
रान्या सच छिपा रही है- ईडी
ईडी के अनुसार, रान्या ने अपना बयान दर्ज किए जाने के दौरान जब्त किए गए सोने और अन्य संपत्तियों के बारे में जानकारी होने से इनकार किया, लेकिन साक्ष्यों, जिनमें उसके नाम वाले सीमा शुल्क दस्तावेज, यात्रा और खरीद रिकार्ड और डिजिटल बातचीत शामिल हैं से पता चलता है कि रान्या सच छिपा रही है। इस मामले में ईडी ने 55.62 करोड़ रुपये की आपराधिक आय का पता लगाया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।