Chinese Loan App: ईडी ने Online Payment Platforms के मर्चेंट खातों में रखे 9.82 करोड़ रुपये को किया जब्त
चीनी लोन एप घोटाले की जांच कर रही ईडी ने की बड़ी कार्रवाई करते हुए 9.82 करोड़ रुपये को जब्त कर लिया है। ED के अनुसार कोमीन नेटवर्क टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और कुछ अन्य चीनी नियंत्रण वाली इकाइयों का NBFC के साथ समझौता है।

नई दिल्ली, पीटीआई। चीनी लोन एप घोटाले की जांच कर रही ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। उसने कुछ आनलाइन भुगतान मंचों के मर्चेंट खातों में रखे हुए 9.82 करोड़ रुपये मूल्य का कोष जब्त किया है। इससे पहले भी वह आनलाइन भुगतान मंचों के मर्चेंट खातों में रखी हुई राशि को जब्त कर चुकी है। ईडी के अनुसार, कोमीन नेटवर्क टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और कुछ अन्य चीनी नियंत्रण वाली इकाइयों का गैर-वित्तीय बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के साथ समझौता है।
चीनी स्वामित्व वाली ये इकाइयां कैशहोम, कैशमार्ट और ईजीलोन जैसे कई संदिग्ध लोन सहित अन्य एप का उपयोग कर रही थीं। ये इकाइयां इन मोबाइल एप का संचालन करने के नाम पर आम लोगों से पैसा भी एकत्र कर रही थीं। ईडी की नजर एप आधारित टोकन एचपीजेड पर लगी हुई है।
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उसने कोमीन नेटवर्क टेक्नोलॉजी, मोबिक्रेड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, बायतू टेक्नोलॉजी, अलिये नेटवर्क, वीकैश टेक्नोलॉजी, लार्टिंग प्राइवेट लिमिटेड, मैजिक बर्ड टेक्नोलॉजी और एसपर्ल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का कोष जब्त किया है।
जांच एजेंसी ने कहा है कि चीन नियंत्रण वाली कई इकाइयों के मर्चेंट खातों में 9.82 करोड़ रुपये मूल्य के कोष को जब्त कर लिया गया है।
ईडी ने इस महीने की शुरुआत में भी इसी तरह की कार्रवाई की थी। उसने लगभग 46.67 करोड़ रुपये जब्त किए थे। इसमें रेजरपे, कैशफ्री और पेटीएम जैसे भुगतान गेटवे शामिल थे। इन कंपनियों ने कहा था कि यह राशि उनकी नहीं है। वे इसकी जांच में ईडी को पूरा सहयोग दे रही हैं।
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