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    Telangana: TRS सरकार के मंत्री कमलाकर के ठिकानों पर ED का छापा, ग्रेनाइट कंपनियों के मालिकों पर कार्रवाई

    By AgencyEdited By: Devshanker Chovdhary
    Updated: Wed, 09 Nov 2022 05:07 PM (IST)

    आयकर विभाग (Income Tax Dapertment) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को तेलंगाना सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री गंगुला कमलाकर समेत ग्रेनाइट कंपनियों के मालिकों के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। हैदराबाद और करीमनगर के लगभग 20 स्थानों पर एक साथ तलाशी की गई है।

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    TRS सरकार के मंत्री कमलाकर के ठिकानों पर ED का छापा।

    हैदराबाद, आइएएनएस। आयकर विभाग (Income Tax Dapertment) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को तेलंगाना सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री गंगुला कमलाकर समेत ग्रेनाइट कंपनियों के मालिकों के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। IT और ED की संयुक्त रूप से चली इस कार्रवाई में हैदराबाद और करीमनगर के लगभग 20 स्थानों पर एक साथ तलाशी की गई है।

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    कई स्थानों पर ली गई तलाशी

    IT और ED अधिकारियों की टीमों ने एक साथ हैदराबाद के पंजागुट्टा, हैदरगुडा, सोमाजीगुडा और अन्य क्षेत्रों में ग्रेनाइट उद्योगों के कार्यालयों में लेनदेन के रिकार्ड की जांच की है। वहीं, मंत्री गंगुला कुमार के करीमनगर के स्थित आवास पर भी छापा मारा गया। इसके अलावा मंत्री के रिश्तेदारों की भी ग्रेनिइट कंपनियों में हिस्सेदारी थी। अधिकारियों ने उनके घरों पर भा छापा मारा। बता दें कि पिछले कई दिनों से ग्रेनाइट कंपनियों के खिलाफ टैक्स चोरी और फेमा उल्लंघन के बड़े आरोप लगाए जा रहे थे। इन आरोपों के बाद ही IT और ED ने यह कार्रवाई की है। इन आरोपों को लेकर ईडी ने पहले भी आठ ग्रेनाइट कंपनियों को नोटिस जारी किया था।

    कार्रवाई से बढ़ेगी भाजपा-टीआरएस की तल्खियां

    तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर पहले ही केंद्र सरकार पर ED का गलत इस्तेमाल करने के आरोप लगा चुके हैं। अब मुख्यमंत्री केसीआर के मंत्री के खिलाफ हुई इस कार्रवाई के बाद भाजपा और टीआरएस की बीच तल्खियां और भी बढ़ने की उम्मीद है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही केसीआर ने भाजपा सरकार पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के भी आरोप लगाए थे। जिसे लेकर मामला कोर्ट तक पहुंच गया था।

    क्या है फेमा कानून

    फेमा (Foreign Exchange Management Act) कानून साल 1999 में अस्तित्व में आया था, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत के विदेशी व्यापार और भुगतान को सुविधाजनक बनाना है। इसके अलावा भारत में विदेशी मुद्रा बाजार के विकास और रखरखाव में मदद करना भी फेमा का ही काम है।