Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ED ने यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर से की पूछताछ, अनिल अंबानी से जुड़ा है मामला

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 06:48 PM (IST)

    प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर से अनिल अंबानी समूह की कंपनियों के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग जांच के तहत पूछताछ की। कपूर का बया ...और पढ़ें

    Hero Image

    ईडी ने राणा कपूर से मनी लान्ड्रिंग मामले में पूछताछ की

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को यस बैंक के सह-संस्थापक राणा कपूर से अनिल अंबानी समूह की कंपनियों के खिलाफ चल रही मनी लान्डि्रंग जांच के तहत पूछताछ की। अधिकारियों के अनुसार, कपूर का बयान मनी लान्डि्रंग (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उस समय के ऋणों के अवैध वितरण से जुड़े 68 वर्षीय राणा कपूर को ईडी द्वारा अलग-अलग मनी लान्डि्रंग मामलों में गिरफ्तार किया गया था, जब वह यस बैंक का नेतृत्व कर रहे थे। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस मामले में कपूर और अंबानी के बीच ''क्विड प्रो क्वो'' (किसी चीज के बदले में कुछ और देने) का संदेह है।

    अधिकारियों के अनुसार, यस बैंक का अनिल अंबानी समूह (एडीएजी समूह) के प्रति 31 मार्च, 2017 तक लगभग 6,000 करोड़ रुपये का एक्सपोजर था और यह आंकड़ा एक वर्ष के भीतर (31 मार्च, 2018 तक) 13,000 करोड़ रुपये तक दोगुना हो गया।

    जांच के दायरे में रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (आरएचएफएल) और रिलायंस कमर्शियल फाइनेंस लिमिटेड (आरसीएफएल) की कंपनियां शामिल हैं। अधिकारियों ने आरोप लगाया कि इन निवेशों का ''बड़ा'' हिस्सा घाटे के निवेशों (एनपीआइ) में बदल गया, जिसके परिणामस्वरूप बैंक को इन लेनदेन से 3,300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

    ये लेनदेन यस बैंक के निवेशों के बदले ''क्विड प्रो क्वो'' थे। एडीएजी कंपनियों ने कपूर के परिवार द्वारा नियंत्रित फर्मों को ऋण ''प्रदान'' किए। ईडी को संदेह है कि दोनों व्यवसायियों ने इन सौदों के संबंध में ''निजी'' बैठकें की थीं।

    ईडी के अनुसार जांच 2017-2019 के दौरान की जा रही है, जब यस बैंक ने आरएचएफएल उपकरणों में 2,965 करोड़ रुपये और आरसीएफएल में 2,045 करोड़ रुपये का निवेश किया। दिसंबर 2019 तक ये निवेश एनपीए में बदल गए थे। जांच में पाया गया कि दोनों कंपनियों ने 11,000 करोड़ रुपये से अधिक के सार्वजनिक धन प्राप्त किए थे।

    66 वर्षीय अनिल अंबानी से पहले भी ईडी बैंक ऋण अनियमितताओं के संबंध में पूछताछ कर चुकी है। ईडी ने हाल ही में कुछ अनिल अंबानी समूह की कंपनियों की संपत्तियों को 1,120 करोड़ रुपये के मूल्य के साथ अटैच किया है।

    (न्यूज एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)