Kerala CMRL Scam: सिर्फ विजयन की बेटी ही नहीं, अन्य दलों के नेताओं को भी मिले थे 133 करोड़ रुपये
केरल में सीएमआरएल से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में ईडी को 133 करोड़ रुपये की रिश्वत देने के सबूत मिले हैं। इसमें मुख्यमंत्री पी. विजयन की बेटी वीणा विजयन समेत कांग्रेस और मुस्लिम लीग के दिग्गज नेताओं के नाम सामने आए हैं। सीएमआरएल के एमडी के बयान और एसएफआईओ की चार्जशीट के बाद अब ईडी को इन नेताओं से पूछताछ और गिरफ्तारी का कानूनी आधार मिल गया है।

नीलू रंजन, नई दिल्ली, जागरण। केरल में कोचीन मिनरल एंड रुटाइल लिमिटेड (सीएमआरएल) से रिश्वत लेने वालों में सिर्फ मुख्यमंत्री पी. विजयन की बेटी वीणा विजयन ही नहीं, बल्कि कांग्रेस और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग समेत सभी दलों के बड़े नेता भी शामिल थे।
ईडी को दिये बयान में सीएमआरएल के प्रबंध निदेशक एसएन ससिधरन कर्था ने बड़े नेताओं को 133 करोड़ रुपये देने की बात स्वीकार की है। वीणा विजयन के खिलाफ सीरियस फ्राड इंवेस्टिगेशन आफिस (एसएफआइओ) के प्रोसीक्यूशन कंप्लेंट (पुलिस की चार्जशीट के समान) दाखिल करने के बाद ईडी के लिए मनी लाॉड्रिंग के तहत पूरे मामले की जांच करने का रास्ता साफ हो गया है।
कई बड़े नेताओं का नाम आया सामने
ईडी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार 2012-13 से लेकर 2018-19 तक इन नेताओं को सीएमआरएल की ओर से लगातार रूपये जाते रहे। एसएन ससिधरन कर्था ने पैसा लेने वालों में जिन नेताओं का नाम लिया है, उनमें मुख्यमंत्री पी विजयन, पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमन चांडी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश चेन्नीथला, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के वरिष्ठ नेता कुंहाली कुट्टी और इब्राहिम कुंजु के नाम शामिल हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईडी को दिये ससिधरन के बयान के आधार पर निश्चित रूप से इन नेताओं से पूछताछ की जाएगी। उनके अनुसार इनमें अधिकांश पैसे नकद में दिये गए थे। टांसपोर्ट के फर्जी बिलों को जमाकर ये पैसे निकाले जाते थे और बड़े नेताओं के साथ-साथ बड़े नौकरशाहों तक पहुंचाए जाते थे। मुख्यमंत्री पी विजयन भले ही बेटी वीना विजयन के खिलाफ एसएफआइओ के प्रोसेक्यूशन कंप्लेंट को खारिज कर रहे हों, लेकिन ईडी के पास वीना विजयन की कंपनी एक्जालोजिक साल्युशंस को बिना किसी काम के 1.72 करोड़ रुपये दिये जाने के पुख्ता सबूत हैं।
प्रोसीक्यूशन कंप्लेंट के आधार पर मनी लॉड्रिंग की जांच शुरू
ईडी के पास सीएमआरएल के आईटी हेड एनसी चंद्रशेखर का बयान है, जिसमें उसने साफ-साफ कहा कि वीना विजयन या उनकी कंपनी एक्जालोजिक सॉल्यूशंस ने कोई भी आईटी सर्विस नहीं दी थी। सीएमआरएल के सीएफओ के सुरेश ने भी इसकी पुष्टि की है। दरअसल ईडी ने 2023 में ही आयकर विभाग के प्रोसीक्यूशन कंप्लेंट के आधार पर मनी लॉड्रिंग की जांच शुरू कर दी थी। लेकिन हाईकोर्ट में आयकर विभाग के प्रोसीक्यूशन कंप्लेंट को मनी लॉड्रिंग की आपराधिक सूची में नहीं होने का हवाला देते हुए केरल हाईकोर्ट में अपील दाखिल कर दी थी।
अदालत ने सुनवाई के दौरान क्या कहा था?
केरल हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान ईडी को संबंधित लोगों से पूछताछ जारी रखने की अनुमति दी थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एसएफआइओ का प्रोसीक्यूशन कंप्लेंट मनी लॉड्रिंग की आपराधिक सूची में है, इसीलिए अब जांच में कोई रोक नहीं है।
हाईकोर्ट को अगली सुनवाई में इसकी जानकारी दे दी जाएगी। जाहिर है कि एक बार मनी लॉड्रिंग की जांच शुरू होने के बाद वीना विजयन समेत तमाम आरोपियों को पूछताछ के लिए समन किया जाएगा और सहयोग नहीं करने की स्थिति में गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।