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    एल्विश यादव और फाजिलपुरिया के खिलाफ ED का एक्शन, यूपी-हरियाणा में करोड़ों की प्रॉपर्टी जब्त

    By Agency Edited By: Sachin Pandey
    Updated: Thu, 26 Sep 2024 04:51 PM (IST)

    प्रवर्तन निदेशालय ED ने यूट्यूबर एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए उनकी संपत्ति जब्त कर ली है। जानकारी के अनुसार ये संपत्तियां यूपी और हरियाणा में जब्त की गई हैं। गौरतलब है कि ईडी ने एल्विश यादव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। इससे पहले ईडी एल्विश और फाजिलपुरिया के बयान भी दर्ज करा चुकी है।

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    ईडी एल्विश और फाजिलपुरिया से लंबी पूछताछ कर चुकी है। (File Image)

    पीटीआई, नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने यूट्यूबर ​​एल्विश यादव और कुछ अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए संपत्ति जब्त की है। आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को समाचार एजेंसी पीटीआई को यह जानकारी दी।

    अधिकारियों ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अनंतिम आदेश जारी किया गया है। एल्विश यादव से ईडी ने पार्टियों में मनोरंजन के लिए सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल और वित्तीय लेनदेन से संबंधित एक मामले में पूछताछ की है।

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    मई में दर्ज किया था केस

    केंद्रीय एजेंसी ने मई में एक मामला दर्ज किया था और उत्तर प्रदेश में गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) जिला पुलिस द्वारा उनके और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ दायर एक प्राथमिकी और आरोप पत्र का संज्ञान लेने के बाद पीएमएलए के तहत आरोप लगाए थे। हरियाणा के एक गायक राहुल यादव उर्फ ​​राहुल फाजिलपुरिया, जिनके कथित तौर पर एल्विश यादव से संबंध हैं, से भी ईडी ने उक्त मामले में पूछताछ की।

    अपराध से होने वाली आय का कथित तौर पर रेव या मनोरंजक पार्टियों के आयोजन के लिए उपयोग ईडी की जांच के दायरे में है। एल्विश यादव को 17 मार्च को नोएडा पुलिस ने पार्टियों में मनोरंजन के लिए सांप के जहर के संदिग्ध उपयोग की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था, जो कथित तौर पर उसके द्वारा आयोजित की गई थीं।

    एनजीओ ने दर्ज कराई थी शिकायत

    विवादास्पद यूट्यूबर, जो रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी 2 का विजेता भी है, पर नोएडा पुलिस ने नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।

    पशु अधिकारों के लिए काम करने वाले एनजीओ पीपुल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के प्रतिनिधि की शिकायत पर पिछले साल 3 नवंबर को नोएडा के सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में यादव उन छह लोगों में शामिल थे, जिनका नाम दर्ज किया गया था। पांच अन्य आरोपी, सभी सपेरे, नवंबर में गिरफ्तार किए गए थे और बाद में उन्हें एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी।