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    रुपये व टका में कारोबार बढ़ाने पर भारत-बांग्लादेश में विमर्श जारी, जयशंकर ने शेख हसीना से की मुलाकात

    By Jagran News Edited By: Anurag Gupta
    Updated: Sun, 18 Feb 2024 09:52 PM (IST)

    भारत और बांग्लादेश के बीच पिछले वर्ष ही अपनी-अपनी मुद्राओं में कारोबार करने की सहमति बनी थी लेकिन जमीनी तौर पर इसमें कोई बड़ी शुरुआत अभी नहीं हो पाई है। जनवरी 2024 चुनाव में फिर से विजयी हो कर सत्ता में लौटी पीएम शेख हसीना ने एक बार फिर इस मुद्दे को उठाया है। म्यूनिक में विदेश मंत्री जयशंकर ने शेख हसीना से मुलाकात की।

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    भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना (फोटो: एएनआई)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत और बांग्लादेश के बीच पिछले वर्ष ही अपनी-अपनी मुद्राओं में कारोबार करने की सहमति बनी थी, लेकिन जमीनी तौर पर इसमें कोई बड़ी शुरुआत अभी नहीं हो पाई है। जनवरी, 2024 चुनाव में फिर से विजयी हो कर सत्ता में लौटी पीएम शेख हसीना ने एक बार फिर इस मुद्दे को उठाया है। म्यूनिख (जर्मनी) में एक अंततरराष्ट्रीय सेमिनार के दौरान शनिवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की अगुवाई में भारतीय टीम ने पीएम हसीना के दल के साथ बैठक की जिसमें बांग्लादेश की तरफ से इस बारे में आग्रह किया गया है।

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    बांग्लादेश के साथ UPA पर हो रही चर्चा

    बताया जा रहा है कि भारत के साथ बढ़ते व्यापार घाटा और घटते विदेशी मुद्रा भंडार की वजह से बांग्लादेश सरकार इस बारे में ज्यादा समर्थन की मांग कर रहा है। वैसे भारत सरकार की तरफ से इसे समर्थन दिया जा रहा है, लेकिन भारत के कारोबारी समुदाय में इस प्रस्ताव को लेकर खास समर्थन नहीं है।

    नेपाल, भूटान और श्रीलंका के बाद भारत अपने इस पड़ोसी देश के साथ डिजिटल तरीके से होने वाले वित्तीय लेन-देन को लेकर भी विमर्श कर रहा है। भारत चाहता है कि जिस तरह से नेपाल और भूटान के साथ यूपीए के जरिए डिजिटल लेन देन की सुविधा स्थापित हुई है उसी तरह की सुविधा बांग्लादेश के साथ भी हो।

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    RBI और NNB के बीच हुआ समझौता

    तीन दिन पहले ही आरबीआई और नेपाल राष्ट्र बैंक के बीच समझौता हुआ है जिससे नेपाल जाने वाले भारतीय पर्यटकों व कारोबारियों को वहां यूपीआई से भुगतान करने की सुविधा दे दी गई है। भारत और बांग्लादेश के बीच जिस तरह से कारोबार व आवागमन बढ़ रहा है उसे देखते हुए यूपीआई की सुविधा काफी सफल हो सकती है।

    चीन के बाद बांग्लादेश का एशिया में सबसे बड़ा द्विपक्षीय कारोबार भारत के साथ होता है। दूसरी तरफ बांग्लादेश भारतीय उत्पादों के लिए दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बाजार है। इसके अलावा सैकड़ों भारतीय छात्र वहां पढ़ाई करते हैं व पर्यटन भी बढ़ रहा है। बताया जाता है कि एक दूसरे के डिजिटल भुगतान व्यवस्था को मंजूरी देने का फैसला जल्द हो सकता है।

    शेख हसीना से मिले जयशंकर

    म्यूनिक में हुई बैठक के बारे में जयशंकर ने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर जानकारी दी है। उन्होंने लिखा,

    पीएम शेख हसीना से मुलाकात हुई। आम चुनाव में विजयी होने पर उन्हें बधाई दी। भारत-बांग्लादेश मैत्री को आगे ले जाने को लेकर उनके नेतृत्व की हम प्रशंसा करते हैं।

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    बांग्लादेश की पीएम हसीना पहले पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ अपनी बैठक में बढ़ते कारोबार घाटे (भारत के पक्ष में 12 करोड़ डॉलर) को पाटने के लिए मदद मांगती रही हैं। बांग्लादेश के केंद्रीय बैंक के मुताबिक, जनवरी, 2024 में उसके पास तकरीबन 20 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है। जुलाई, 2023 में यह 23.23 अरब डॉलर का था। अगर भारत बांग्लादेश की मुद्रा टाका में निर्यात का भुगतान स्वीकार करता है, तो इससे वहां की अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी।