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    Cost और Price को लेकर मत हो कंफ्यूज, दोनों के बीच बड़े अंतर को समझें

    By Jagran NewsEdited By: Piyush Kumar
    Updated: Wed, 29 Mar 2023 05:46 PM (IST)

    दुकानदार या सेवा प्रदाता की ओर से कई बार हमें Cost और Price का गणित समझाया जाता है और हम अधिक मोलभाव नहीं कर पाते हैं। Cost और Price दोनों ही शब्दों का अर्थ अलग-अलग है जो कंपनी के साथ-साथ ग्राहक दोनों के लिए ही महत्वपूर्ण है।

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    जानें क्या है Cost और Price में अंतर।

     नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। बाजार में ग्राहक जब भी कुछ खरीदते या सर्विस लेते हैं, तो सबसे पहले उसके दाम के बारे में पूछते हैं। इस वक्त पर हमारा सामना Cost और Price जैसे शब्दों से होता है। हालांकि, इन दोनों शब्दों में ही अंतर है। क्या आपको इन दोनों के बीच अंतर पता है। यदि नहीं, तो आज हम आपको बताते हैं।

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    दरअसल, बाजार में जब भी हम कुछ सामान खरीदते हैं या फिर कोई सर्विस लेने के बारे में विचार करते हैं, तो सबसे पहले हम उसके दाम के बारे में पूछते हैं। इस समय पर हमारा सामना Cost और Price जैसे शब्दों से होता है और हम मोलभाव करने लगते हैं।

    हालांकि, दुकानदार या सेवा प्रदाता की ओर से कई बार हमें Cost और Price का गणित समझाया जाता है और हम अधिक मोलभाव नहीं कर पाते हैं। Cost और Price दोनों ही शब्दों का अर्थ अलग-अलग है, जो कंपनी के साथ-साथ ग्राहक दोनों के लिए ही महत्वपूर्ण है।

    जानें क्या होती है Cost

    किसी कंपनी द्वारा जब किसी उत्पाद का निर्माण किया जाता है या फिर कोई सेवाप्रदाता कंपनी कोई नई सेवा शुरू करती है, तो वह सबसे पहले यह देखती है कि उस उत्पाद या सर्विस को बनाने में कंपनी द्वारा कितना खर्च किया जा रहा है। इसमें विभिन्न कारकों को शामिल किया जाता है, जिससे किसी भी वस्तु या सेवा की Cost तय होती है।

    Cost में शामिल होने वाले कारकों में कर्मचारियों का मेहनाताना, कच्चे माल की कीमत, मशीन का खर्च, ट्रांसपोर्टेशन व आपूर्ति में आने वाले अन्य खर्च शामिल होते हैं। इन सभी चीजों को जोड़कर कंपनी प्राइज तय करती है और अपना मार्जिन निकालती है, जिससे वह कमाई कर सके।

    क्या होता है Price

    बाजार में मौजूद हर वस्तु या सर्विस एक Price के तहत मिलती है। यह वह है, जो एक ग्राहक उस वस्तु या सर्विस को लेने के लिए देता है। इसके बाद में वह सर्विस या सामान उसका हो जाता है। हालांकि, यह मार्जिन तय होने के बाद ही तय किया जाता है, जिससे कंपनी को लाभ होता है।

    Cost और Price में बड़ा अंतर

    Cost में लेबर, कच्चा माल और अन्य खर्चे शामिल होते हैं, जबकि Price वह है, जो एक ग्राहक को उत्पाद या सेवा के बदले में देना होता है।

    Cost में मार्जिन शामिल नहीं होता है, जबकि Price में मार्जिन शामिल होता है।

    Cost पर बाजार में मांग और आपूर्ति का अधिक प्रभाव नहीं पड़ता, जबकि Price में मांग और आपूर्ति में बदलाव होने की वजह से प्रभाव पड़ता है।

    Cost किसी भी उत्पाद के बाजार में बिकने से पहले तय हो जाती है, जबकि Price बाजार में पहुंचने का बाद तय होता है। कंपनियां कोशिश करती हैं कि Cost को कम से कम रखा जाए, जिससे अधिक मार्जिन कमाया जा सके।