दैनिक जागरण फिर बना देश का नं. 1 अखबार, समाचार पत्र की लोकप्रियता और साख पर फिर लगी मुहर
Indian Readership Survey पाठकों के इसी प्यार ने दैनिक जागरण को 2003 से लगातार देश का नंबर वन अखबार बनाया हुआ है।
मुंबई, जेएनएन। इंडियन रीडरशिप सर्वे (IRS) के 2019 की आखिरी तिमाही के नतीजों में दैनिक जागरण को एक बार फिर से देशभर के पाठकों के प्यार ने नंबर वन समाचार पत्र बनाया है। आइआरएस के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देशभर के छह करोड़ 87 लाख पाठकों ने दैनिक जागरण को अपना पसंदीदा अखबार बताया है। आइआरएस के सर्वे में दैनिक जागरण लगातार पूरे देश के समाचार पत्रों में शीर्ष पर बना हुआ है और उसकी बादशाहत बरकरार है। पाठकों के इसी प्यार ने दैनिक जागरण को 2003 से लगातार देश का नंबर वन अखबार बनाया हुआ है। देशभर में साढ़े छह करोड़ से अधिक की कुल पाठक संख्या इस बात का प्रमाण है कि पाठकों के बीच दैनिक जागरण की लोकप्रियता और साख, दोनों बहुत मजबूत है।
खबरों की विश्वसनीयता और सटीक जानकारी
समय चाहे कितना ही मुश्किलों से भरा हो, लेकिन खबरों की विश्वसनीयता और सटीक जानकारी दैनिक जागरण को पाठकों के बीच एक अलग पहचान देती है। इस बात को इन आंकड़ों ने भी सिद्ध कर दिया है। इतना बड़ा पाठक परिवार होना किसी भी अखबार या मीडिया संस्थान के लिए बेहद गर्व की बात है।
पूर्व में भी दैनिक जागरण को विभिन्न मंचों से मिलती रही है सराहना
इससे पूर्व भी दैनिक जागरण को विभिन्न मंचों से सराहना मिलती रही है, फिर चाहे वह खबरों की विश्वसनीयता का मानदंड हो या समाचार पत्र के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने के लिए समय-समय पर चलाए गए राष्ट्रीय अभियान हों। दैनिक जागरण के इन अभियानों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रशंसा तो मिली ही है, दर्जनों पुरस्कार भी हासिल हुए हैं। यह सब पाठकों के भरोसे का प्रतिफल है। समाचार पत्रों की पठनीयता से जुड़े आंकड़े हर तिमाही में मीडिया रिसर्च यूजर्स काउंसिल (MRUC) द्वारा जारी किए जाते हैं।