Move to Jagran APP

Cyclone YAAS Update: झारखंड की ओर बढ़ा चक्रवात यास, बंगाल और ओडिशा के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात

Cyclone YAAS News Update मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात यास की लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है। इसे पूरा होने में करीब 3 घंटे का समय लगेगा। यास के कारण समुद्री इलाकों में नुकसान की आशंका को देखते हुए एनडीआरएफ और इंडियन कोस्ट गार्ड की टीम अलर्ट पर है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Wed, 26 May 2021 07:18 AM (IST)Updated: Wed, 26 May 2021 06:35 PM (IST)
तूफान यास की लैंडफॉल प्रक्रिया अभी चल रही है जो 3 घंटे में पूरी होगी।

नई दिल्ली, एजेंसियां। अति गंभीर चक्रवात का रूप धारण कर चुके यास चक्रवात (Cyclone Yaas) ओडिशा के तट से टकरा गया है। जो 2-3 घंटों तक चलेगी। इसकी वजह से कई इलाकों में तेज हवाएं और भारी बारिश हो रही है। कई जगहों पर पेड़ों के उखड़ने की तस्वीर भी देखने को मिली है। यास की वजह से पश्चिम बंगाल में तट के कई किमी दूर तक दूकानों और घरों में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने बंगाल व ओडिशा के लिए रेड अलर्ट (भारी बारिश की आशंका) जारी किया है। वहीं, चक्रवात से खतरे को देखते हुए बंगाल और ओडिशा में 12 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। झारखंड, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और अंडमान निकोबार द्वीप में भी बचाव के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। 

loksabha election banner

Cyclone YAAS Updates

- मौसम विभाग ने कहा कि अगले 3 घंटों के दौरान झारखंड में चक्रवाती तूफान यास के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे एक गहरे दबाव में कमजोर होने की संभावना है। 

- भुवनेश्वर में रेड क्रॉस स्टेट ब्रांच सेक्रेटरी ने कहा कि हमने सूखे राशन के 500 पैकेट केंद्रपाड़ा भेजे हैं, जहां चक्रवात से काफी नुकसान हुआ है। जिन्हें वॉलंटियर्स के माध्यम से बांटा जाएगा। हमने 2500 पैकेट और तैयार किए हैं जिन्हें कल चक्रवात से प्रभावित दूसरे ज़िलों में भेजा जाएगा।  

 - पश्चिम बंगाल में भारतीय सेना ने पूर्वी मिदनापुर के तलगाचारी में जलभराव वाले इलाकों से स्थानीय लोगों को बचाया।

- पश्चिम बंगाल: एनडीआरएफ का कहना है कि उसने आज सुपर साइक्लोन यास के दौरान पूर्वी मेदिनीपुर जिले के सतीलपुर गांव में झील में डूबने से तीन लोगों को बचाया। 

-ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप के जेना ने कहा, जाजपुर, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों में बिजली के बुनियादी ढांचे को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। बहाली की प्रक्रिया शुरू हुई और बिजली विभाग ने फीडरों की सुरक्षा जांच भी शुरू कर दी। सड़क की सफाई और मरम्मत के लिए पर्याप्त टीमें मैदान पर उपलब्ध हैं। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, वे पहले ही 1.05 लाख से अधिक लोगों को निकाल चुके हैं और यह जारी है। हम मयूरभंज में हवा की गति और क्षति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। हमने बड़े पैमाने पर पेड़ों को उखड़ते देखा है। सड़कों को लगातार साफ किया जा रहा है।  चक्रवात यास ने लैंडफॉल की प्रक्रिया पूरी कर ली है। यह सुबह 9 बजे शुरू हुआ और दोपहर 1 बजे कलेक्टर बालासोर और भद्रक से सूचना मिली कि सभी तटीय क्षेत्रों में हवा थम गई है।

- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 28 मई को पूर्वी मिदनापुर का दौरा करेंगी

- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नबन्ना में चक्रवात यास के मद्देनजर जिलाधिकारियों, आपदा प्रबंधन समिति और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। 

- ओडिशा में चक्रवात यास की वजह से भद्रक ज़िले के धामरा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।

- पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर के दीघा में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश की वजह से दीघा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। ओडिशा के पारादीप में चक्रवात 'यास' की वजह से मछली पकड़ने वाली नावों को नुकसान पहुंचा है। वहीं, झारखंड के रांची में भी तेज हवाएं चल रही हैं और मौसम में बदलाव आया है।

- मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात यास ने आज सुबह 10:30 बजे से 11:30 बजे के बीच बालासोर से लगभग 20 किमी दक्षिण में उत्तर ओडिशा तट को पार किया। इस दौरान हवा की गति 130-140 किमी प्रति घंटे से 155 किमी प्रति घंटे रही। इसके बाद यह उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया। इसके अगले 3 घंटों के दौरान धीरे-धीरे गंभीर चक्रवाती तूफान और बाद के 6 घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान में कमजोर होने की संभावना है।

- पूर्वी रेलवे के जीएम मनोज जोशी ने कहा, चक्रवात को देखते हुए हमने चौबीसों घंटे समर्पित नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं। सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। कोविड रोगियों के लिए ऑक्सीजन का पर्याप्त भंडारण किया गया है। ओवरहेड वायरिंग फेल होने की स्थिति में हमने अपने डीजल इंजनों को भी तैनात किया है। 

- आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कल सुबह यास झारखंड पहुंचेगा तब इसके हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। ओडिशा के अंदर के जिलों में भी हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी। तूफान बालेश्वर के दक्षिण में ओडिशा तट को पार कर रहा है। अभी इसके हवा की गति 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे है। लैंडफॉल प्रक्रिया अभी चल रही है जो 3 घंटे में पूरी होगी। इसके बाद ये कमजोर होकर उत्तर पश्चिम दिशा में गति करेगा।

- ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त पीके जीना ने कहा कि लैंडफॉल की प्रक्रिया लगभग 9 बजे शुरू हुई और इसके 3-4 घंटे तक जारी रहेगी। उम्मीद है कि दोपहर करीब 1 बजे तक चक्रवात का पूरी तरह से पहुंच जाएगा। इस दौरान हवा की गति 120-140 किमी प्रति घंटा रहने का अनुमान है। वहीं, मयूरभंज जिले में हवा की गति 100-110 किमी प्रति घंटे के आसपास रहने का अनुमान है। उसके बाद, यह धीरे-धीरे धीमा हो जाएगा।

- भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक अति भीषण चक्रवाती तूफान यास ओडिशा के बालासोर से लगभग 50 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है। लैंडफॉल प्रक्रिया सुबह 9 बजे के आसपास शुरू हो गई है।

- ओडिशा के भद्रक जिले के धामरा में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। वहीं, पारादीप में तेज हवाएं और बारिश की वजह से सड़कों पर पेड़ गिरे हुए दिखे।

- पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में तेज हवाएं और बारिश हो रही है। वहीं, पूर्वी मिदनापुर के दीघा में भी तेज हवाओं के साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। 

- चक्रवाती तूफान यास के लैंडफाल से पहले ओडिशा के पारादीप में तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है। भद्रक जिले के भामरा में भी तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात यास आज दोपहर ओडिशा के तट से टकराएगा।

- ओडिशा के भद्रक जिले के धामरा में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार भीषण चक्रवाती तूफान यास आज दोपहर तक 130-140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं के साथ लैंडफॉल होने की उम्मीद है।

एनडीआरएफ की 113 टीमें तैनात 

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने पहली बार रिकार्ड संख्या में कुल 113 टीमें पांच राज्यों में तैनात की हैं। 52 टीमें ओडिशा और 45 टीमें बंगाल में तैनात की गई हैं। बाकी अन्य प्रभावित राज्यों में रहेंगी। इसके अलावा 50 टीमों को तैयार रखा गया है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा कि पिछले तूफानों से सबक लेते हुए इस बार हमने अधिकतम टीमें लगाई हैं। राहत कार्य के लिए नौसेना के चार पोत भी तैयार रखे गए हैं। तेज हवाओं की आशंका के कारण बंगाल में ट्रेन, विमान व जलपोत को जंजीरों से बांधा गया है। प्रभावित क्षेत्र से आने-जाने वाली ट्रेन रद कर दी गई हैं और आक्सीजन प्लांट की सुरक्षा पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है।

ओडिशा में मंत्री कर रहे निगरानी

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि राज्य के हर नागरिक का जीवन अमूल्य है। किसी भी सूरत में इसे बचाना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने स्थिति की निगरानी के लिए गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा को भेजा है। बालेश्वर, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा व भद्रक जिले के सभी सरकारी कर्मियों की छुट्टी रद कर दी गई है। डा. मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि पारादीप से बंगाल के सागर द्वीप के बीच यास का सबसे अधिक प्रभाव दिखेगा। भद्रक जिले के धामरा व चांदबाली क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित होंगे। तूफान के जमीन से टकराने के छह घंटे पहले व छह घंटे बाद का समय सबसे महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि दो वर्ष पूर्व पुरी में टकराने वाले फनी चक्रवात की तुलना में यास का प्रभाव कम होगा।

पुरी समेत अन्य जिलों में भी सतर्कता

चक्रवात को देखते हुए पुरी, ढेकनाल, नयागढ़, गंजम, जाजपुर और अंगुल जिले से भी लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। पूरे प्रदेश में तीन लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। करीब पांच हजार गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। ओडिशा के सभी जिलों में सोमवार शाम से ही बारिश हो रही है। मंगलवार को भी तेज बारिश का सिलसिला जारी रहा। पांच प्रखंडों में पिछले 24 घंटे के दौरान 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। जेना ने बताया कि एनडीआरएफ के अलावा एसडीआरएफ की 60 टीमें, 205 अग्निशमन जवान, 86 पेड़ काटने वाली टीमें और 10,000 बिजली कर्मचारी तैनात किए गए हैं।

इसे भी पढ़ें- Yaas Cyclone: चक्रवाती तूफान यास में अपने और दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए इन बातों पर दें ध्‍यान

जानें- 'यास' तूफान के चलते इन राज्‍यों में 25-27 तक कैसा रहेगा मौसम का हाल, कहां के लिए है अलर्ट


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.