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    Cyclone Montha: ओडिशा-आंध्र प्रदेश में रेड अलर्ट जारी, दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड; इन राज्यों में होगी मूसलाधार बारिश

    Updated: Wed, 29 Oct 2025 06:10 AM (IST)

    चक्रवाती तूफान मोंथा तूफान का असर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों में दिख रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य में बना चक्रवाती तूफान मोंथा एक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है और मंगलवार शाम या रात के दौरान आंध्र प्रदेश के तट पर दस्तक दे दी। आज यह तूफान ओडिशा पहुंचेगा।

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    आज रात आंध्र प्रदेश के तट से टकराएगा चक्रवात 'मोंथा' (फोटो- एएनआई)

    एएनआई, काकीनाडा (आंध्र प्रदेश)। चक्रवाती तूफान मोंथा तूफान का असर तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों में दिख रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य में बना चक्रवाती तूफान मोंथा एक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है और मंगलवार शाम या रात के दौरान आंध्र प्रदेश के तट पर दस्तक दे दी।

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    आज यह तूफान ओडिशा पहुंचेगा

    आज यह तूफान ओडिशा पहुंचेगा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले तीन घंटों में ओडिशा के कई जिलों में 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।

    विशाखापट्टनम में पूरे दिन उड़ान संचालन बंद रहेगा

    तूफान के असर से 27 से 30 अक्टूबर तक रेल और हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। दक्षिण मध्य रेलवे की 97 ट्रेनें कैंसिल, 5 डाइवर्ट और 17 रीशेड्यूल की गई है। पूर्वी तटीय रेलवे  ने भी 32 ट्रेनें रद्द की हैं. एयर इंडिया और इंडिगो की कई उड़ानें भी रद्द की गई हैं। विशाखापट्टनम में पूरे दिन उड़ान संचालन बंद रहेगा।

    आईएमडी के अनुसार कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान मोंथा पिछले 6 घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा, और एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया।

    ओडिशा में च रही हैं तेज हवाएं

    ओडिशा के गंजम जिले में समुद्र में उथल-पुथल, तेज हवाएं और बारिश की खबर है, जबकि चक्रवात के प्रभाव के कारण आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में बारिश हुई। तमिलनाडु के चेन्नई में भी आज सुबह बारिश हुई।

    आईएमडी के अनुसार, आज चेंगलपट्टू, चेन्नई, कांचीपुरम, कन्नियाकुमारी, रानीपेट, तेनकासी, तिरुवल्लूर, थूथुक्कुडी, तिरुनेलवेली, तिरुपथुर, तिरुवन्नामलाई, वेल्लोर, विलुप्पुरम, विरुधुनगर में कुछ स्थानों पर हल्की आंधी और बिजली गिरने के साथ मध्यम बारिश होने की संभावना है।

    दिल्ली से लेकर यूपी तक बढ़ी ठंड

    दिल्ली, यूपी, हरियाणा और पंजाब आदि राज्यों में अचानक हल्की ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग इसे चक्रवात मोंथा का असर बता रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के विज्ञानी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 30 अक्टूबर को बनारस और मीरजापुर मंडल के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की भी संभावना है।

    वहीं, दिवाली के बाद दिल्ली में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा है। इसे देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में क्लाउड सीडिंग यानी कृत्रिम बारिश कराने का फैसला लिया गया है। दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि, क्लाउड सीडिंग दिल्ली के लिए एक ज़रूरत है और यह अपनी तरह का पहला प्रयोग है।

    ग्वालियर-चंबल में वर्षा से धान, मक्का, टमाटर की फसल चौपट

    चक्रवात मोंथा और पश्चिमी विक्षोभ का असर देशभर में देखा जा रहा है। यही कारण है कि मध्य प्रदेश में ग्वालियर-चंबल के जिलों में पिछले 30 घंटे से अधिक समय से तेज और रिमझिम वर्षा हो रही है। शिवपुरी जिले में मंगलवार सुबह आठ बजे तक वर्षा का दौर चला। जहां धान, मक्का की फसल प्रभावित हुई, वहीं टमाटर की फसल को 90 फीसद तक नुकसान की आशंका जताई जा रही है।

    दतिया जिले में दतिया सहित सेवढ़ा, इंदरगढ़, भांडेर, थरेट, जिगना और उदगुवां आदि क्षेत्रों के करीब 500 से अधिक गांवों में धान की फसल खेतों में बिछ गई है। यहां किसानों का दावा है कि 60 से 80 फीसद तक फसल बर्बाद हो गई है।

    भिंड में धान की फसल 60 फीसद तक चौपट

    वहीं भिंड में धान की फसल 60 फीसद तक चौपट हो गई। इसी तरह श्योपुर जिले में दिनभर वर्षा का दौर जारी रहा। यहां 30 से 50 फीसद तक धान की फसल को नुकसान हुआ। इधर, मुरैना जिले में 30 से अधिक घंटे से रिमझिम वर्षा का दौर जारी है। ग्वालियर जिले में वर्षा के कारण धान और मक्का की फसल प्रभावित हुई है।