Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    साइबर अपराध पर नहीं लग पा रहा अंकुश, इस राज्य में सबसे अधिक हुई आत्महत्या; NCRB की रिपोर्ट आई सामने

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 10:00 PM (IST)

    राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार भारत में साइबर अपराधों में 2023 में 31.2% की वृद्धि हुई है। महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में भी बढ़ोतरी हुई है जो चिंताजनक है। आत्महत्या के मामलों में महाराष्ट्र सबसे आगे है विशेषकर किसानों की आत्महत्या के मामलों में।

    Hero Image
    हत्या के मामले में मामूली कमी देखी गई है (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। साइबर अपराधियों पर लगाम लगाने की कोशिशें कामयाब होती नजर नहीं आ रही है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की तमाम कोशिशों के बावजूद साइबर अपराधों में 2022 की तुलना में 2023 में 31.2 फीसद का उछाल आया है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की 2023 की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रिपोर्ट के अनुसार इस दौरान हत्या के मामले में मामूली कमी देखी गई है। 2023 की मणिपुर में नस्लीय हिंसा का असर अनुसूचित जाति के खिलाफ अपराधों में देखने को मिला है। इसमें 28.8 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह से बच्चों के खिलाफ अपराध में भी 9.2 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। एनसीआरबी के अनुसार 2022 में पूरे देश में साइबर अपराध से जुड़े 65,893 मामले दर्ज किये गए थे। 2023 में इनकी संख्या बढ़कर 86,420 हो गई।

    महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,48,211 मामले

    इससे देश में साइबर अपराध के बढ़ते दायरे और अपराधियों के बढ़ते हौसले का अंदाजा लगाया जा सकता है। 2023 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,48,211 मामले दर्ज किये गए थे, जबकि 2022 में 4.45,256 और 2021 में 4,28,278 मामले दर्ज हुए थे। इसके साथ ही बच्चों के खिलाफ बढ़ता अपराध भी चिंताजनक है।

    रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में बच्चों के खिलाफ अपराध की दर 36.6 (प्रति एक लाख बच्चे में) थी, जो 2023 में बढ़कर 39.9 हो गई। बच्चों के खिलाफ अपराध में सबसे अधिक मामले अपहरण (45 फीसद) और यौन अपराधों (38.2 फीसद) से जुड़े थे।

    महाराष्ट्र में आत्महत्या के सबसे अधिक मामले

    एनसीआरबी के अनुसार आत्महत्या के मामले में मामूली (0.3 फीसद) बढ़ोतरी देखने को मिली। आत्महत्या के कुल 1,71,418 मामलों में सबसे अधिक मामले 22,687 महाराष्ट्र में और 19,483 तमिलनाडु में दर्ज किये गए। इसके बाद मध्यप्रदेश, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल का नंबर आता है। इन पांच राज्यों में आत्महत्या के 49 फीसद मामले दर्ज किये गए।

    जबकि 17 फीसद आबादी वाले सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश में आत्महत्या के मामले अपेक्षाकृत कम (5.3 फीसद) पाए गए। किसानों की आत्महत्या के मामले में भी 38 फीसद के साथ महाराष्ट्र सबसे आगे है। किसानों की आत्महत्या के मामले में कर्नाटक 22.5 फीसद के साथ दूसरे स्थान पर है। 2023 में देश में कुल 10.700 किसानों के आत्महत्या के मामले दर्ज किये गए।

    यह भी पढ़ें- एक साल में दहेज की शिकार हुईं 6 हजार से ज्यादा बेटियां, टॉप पर ये राज्य; NCRB की रिपोर्ट में खुलासा