आतंक के कितने अड्डे? अल फलाह के बाद किन विश्वविद्यालयों पर कसा जाएगा शिकंजा, UGC ने कर ली तैयारी
अल फलाह विश्वविद्यालय में आतंकी गतिविधियों के खुलासे के बाद शिक्षा मंत्रालय ने देश भर के निजी विश्वविद्यालयों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। यूजीसी और नैक को निगरानी के लिए मजबूत तंत्र बनाने का निर्देश दिया गया है। मंत्रालय निजी विश्वविद्यालयों से जुड़े नियमों की समीक्षा कर रहा है ताकि उनकी गतिविधियों पर बेहतर नियंत्रण रखा जा सके। वर्तमान में देश में 540 निजी विश्वविद्यालय हैं, जिनपर अब कड़ी नज़र रखी जाएगी।

अल फलाह विश्वविद्यालय
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आतंक का अड्डा बनकर उभरे अल फलाह निजी विश्वविद्यालय का मामला सामने आने के बाद शिक्षा मंत्रालय ने देश भर में बेलगाम चल रहे निजी विश्वविद्यालयों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है।
इसके तहत मंत्रालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और राष्ट्रीय मूल्यांकन व प्रत्यायन परिषद (नैक) से निजी विश्वविद्यालय पर कड़ी निगरानी रखने के लिए एक मजबूत तंत्र बनाने को लेकर एक मसौदा तैयार करने को कहा है। साथ ही निजी विश्वविद्यालय से जुड़े नियमन की समीक्षा और उसमें सुधार की पहल भी की है।
अल फलाह विश्वविद्यालय में आतंकी गतिविधियों का खुलासा
शिक्षा मंत्रालय से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक निजी विश्वविद्यालय को लेकर यह पहल इससे जुड़े मौजूदा नियमन के लचीले होने के मद्देनजर शुरू की गई है। जिसमें इनके कामकाज और गतिविधियों पर नियमित रूप से निगरानी की कोई व्यवस्था नहीं थी।
यही वजह है कि अल फलाह विश्वविद्यालय में यूजीसी व नैक नियमों की खुले तौर पर धज्जियां उड़ाई जा रही थी। जिसके चलते उसने दूसरे संस्थानों से बर्खास्त व दागी व्यक्तियों को अपने यहां बगैर किसी जांच-पड़ताल के नौकरी दी। साथ ही नैक की फर्जी रैंकिंग का दुरुपयोग करके छात्रों को अपने यहां दाखिला दिया। इतना ही नहीं, जांच में जो सामने आ रहा है, उनमें वह कई शिक्षण शिक्षा और नर्सिंग से जुड़े कई कोर्सों को बगैर अनुमति के ही संचालित कर रहा था।
निजी विश्वविद्यालयों पर शिक्षा मंत्रालय का शिकंजा
मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अल फलाह की घटना उनके लिए भी आंख खोलने वाली है। यही वजह है अब लगाम कसने की हलचल शुरू हो गई और नए सिरे निजी विश्वविद्यालयों से जुड़े नियमन की समीक्षा के निर्देश दिए गए है। साथ ही इसे अब और सख्त बनाया जाएगा, ताकि इनकी बेहतर तरीके सख्त और नियमित निगरानी हो सके।
गौरतलब है कि देश में मौजूदा समय में 540 निजी विश्वविद्यालय काम कर रहे है। इन सभी को खोलने की अनुमति वैसे तो राज्य सरकार ने दी है लेकिन यह यूजीसी और नैक के शैक्षणिक नियम-कायदों से संचालित होते है।

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