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    Cyber Crime: साइबर ठगी के लिए युवाओं को करते थे प्रताड़ित, कंबोडिया ले जाने वाले नेटवर्क पर कसा शिकंजा

    साइबर ठगी के लिए युवाओं को कंबोडिया ले जाने वाले गिरोह के नेटवर्क पर एनआइए का शिकंजा कस गया है। जुलाई में एफआइआर दर्ज करने के बाद एनआइए ने गिरोह से जुड़े छह राज्यों के 22 स्थानों पर छापा मारा। एनआइए ने छापे में युवाओं के साथ धोखाधड़ी के अहम सबूत मिलने का दावा किया है।स्थानीय पुलिस ने एमके ट्रेनिंग सेंटर के प्रह्लाद सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी।

    By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Fri, 29 Nov 2024 05:15 AM (IST)
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    साइबर ठगी के लिए युवाओं को करते थे प्रताड़ित (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। साइबर ठगी के लिए युवाओं को कंबोडिया ले जाने वाले गिरोह के नेटवर्क पर एनआइए का शिकंजा कस गया है। जुलाई में एफआइआर दर्ज करने के बाद एनआइए ने गिरोह से जुड़े छह राज्यों के 22 स्थानों पर छापा मारा। एनआइए ने छापे में युवाओं के साथ धोखाधड़ी के अहम सबूत मिलने का दावा किया है।

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    पीड़ितों को इलेक्ट्रिक शॉक दिया जाता था

    एनआइए को दिये बयान में इसके पीड़ितों ने कंबोडिया पहुंचने पर साइबर ठगी से मना करने पर इलेक्ट्रिक शॉक (बिजली के झटके) तक की यातना देने का आरोप लगाया है। एनआइए के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गोपालगंज में स्थानीय पुलिस ने एमके ट्रेनिंग सेंटर के प्रह्लाद सिंह के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी।

    गृह मंत्रालय ने मामले की जांच जुलाई में एनआइए को सौंपी

    एफआइआर में प्रह्लाद सिंह के खिलाफ एक स्थानीय युवक को विदेश में बेहतर नौकरी का झांका देकर कंबोडिया भेजने और वहां बंधक बनाकर जबरन साइबर ठगी कराने का आरोप था। आरोप की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्रालय ने मामले की जांच जुलाई में एनआइए को सौंप दी थी।

    बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र और पंजाब तक फैले होने के सबूत मिले

    पांच महीने तक गहन पड़ताल के बाद इस धोखाधड़ी के नेटवर्क के तार छह राज्यों बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र और पंजाब तक फैले होने के सबूत मिले हैं। इसके बाद गुरूवार को एनआइए ने इन राज्यों में इस गिरोह से जुड़े 22 ठिकानों पर छापा मारा गया। एनआइए इस मामले में कई संदिग्धों से पूछताछ कर रही है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है।

    निवेश से जुड़े भी दस्तावेज भी बरामद किये गए

    एनआइए के अनुसार एक बार अच्छी नौकरी का झांसा देकर कंबोडिया ले जाने के बाद गिरोह के सदस्य युवाओं को साइबर ठगी करने वाले फर्जी कंपनियों को सौंप देते थे, जहां उनसे पासपोर्ट छिन लिया जाता था। पीड़ित युवाओं ने बताया कि साइबर ठगी से मना करने पर उन्हें तरह-तरह से प्रताड़ित किया जाता था।

    बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, हार्ड ड्राइव, मेमोरी कार्ड, लैपटाप व अन्य दस्तावेज बरामद

    गुरूवार को मारे गये छापे में एनआइए ने बड़ी संख्या में मोबाइल फोन, हार्ड ड्राइव, मेमोरी कार्ड, लैपटाप व अन्य दस्तावेज बरामद होने का दावा किया है। इसके साथ ही 34.80 लाख रुपये नकद और संपत्ति व वित्तीय निवेश से जुड़े भी दस्तावेज भी बरामद किये गए हैं।