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    Covid-19: 'कोविड-19 ही नहीं बल्कि अन्य बीमारियों पर भी रखी जाए निगरानी' CSIR महानिदेशक शेखर मांडे ने ऐसा क्यों कहा?

    By Agency Edited By: Nidhi Avinash
    Updated: Tue, 26 Dec 2023 07:52 PM (IST)

    सीएसआईआर के पूर्व महानिदेशक और प्रतिष्ठित प्रोफेसर डॉ. शेखर सी मांडे ने कोरोना को लेकर चेताया है। उन्होंने कहा कि निगरानी न केवल COVID-19 मामलों के लिए बल्कि अन्य बीमारियों के लिए भी की जानी चाहिए।प्रोफेसर शेखर मांडे ने कहा कि निगरानी केवल SARS-CoV-2 के लिए नहीं बल्कि अन्य बीमारियों की भी होनी चाहिए। निगरानी में अनिवार्य रूप से यह देखना है कि किस तरह की बीमारियां फैल रही हैं।

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    CSIR महानिदेशक शेखर मांडे ने कोविड-19 को लेकर दी जानकारी (Image: Jagran)

    एएनआई, नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है। कोरोना वायरस के जेएन.1 वैरिएंट के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। सोमवार (25 दिसंबर) को 69 मामले सामने आए है।

    इस बीच सीएसआईआर के पूर्व महानिदेशक और प्रतिष्ठित प्रोफेसर डॉ. शेखर सी मांडे ने चेताया है। उन्होंने कहा कि निगरानी न केवल COVID-19 मामलों के लिए बल्कि अन्य बीमारियों के लिए भी की जानी चाहिए। सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय पुणे के प्रतिष्ठित प्रोफेसर शेखर मांडे ने कहा कि निगरानी केवल SARS-CoV-2 के लिए नहीं बल्कि अन्य बीमारियों की भी होनी चाहिए।

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    निगरानी केवल SARS-CoV-2 के लिए नहीं

    समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए शेखर मांडे ने कहा, 'निगरानी हमेशा मदद करती है। मुझे लगता है कि निगरानी केवल SARS-CoV-2 के लिए नहीं है, बल्कि मुझे लगता है कि हमें सभी प्रकार के विभिन्न संक्रमणों के लिए निगरानी करनी चाहिए। निगरानी में अनिवार्य रूप से यह देखना है कि किस तरह की बीमारियां फैल रही हैं। दरअसल, आपको पता होगा कि JN.1 को लेकर देश के कई हिस्सों में निगरानी रखी जा रही है। इसलिए किसी भी मामले में निगरानी एक बहुत अच्छा विचार है।'

    तेजी से फैलेगा या नहीं

    शिखर मांडे ने आगे कहा कि 'यह ओमिक्रॉन का एक प्रकार है और इसमें पहले से ही 30 से अधिक म्यूटेशन थे। इसलिए पूरी दुनिया यह देखने के लिए बहुत ध्यान से देख रही है कि यह बहुत तेजी से फैलेगा या नहीं, लेकिन ऐसा नहीं होगा। लेकिन इसमें एक एडिशनल म्यूटेशन भी है जो काफी दिलचस्प प्रतीत होता है। ऐसा लगता है कि यह वास्तव में पहले के पेरेंट म्यूटेशन की तुलना में तेजी से फैल रहा है और इसलिए, WHO इसे वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (VOI) कह रहा है। इसे अभी चिंता का विषय (वीओसी) नहीं कहा जा रहा है।'

    अतिरिक्त वैक्सीन खुराक पर उन्होंने आगे कहा कि अधिक डेटा की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि 'हमारे पास अभी तक पूरा डेटा नहीं है; कुछ लोगों ने बूस्टर भी ले लिया है और कई लोगों को कोविड हुआ है। मुझे नहीं लगता कि लोगों को ज्यादा चिंता करने की जरूरत है।'

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